बरेली. जिले में  26 सितम्बर को जुमे की नमाज के बाद बड़ा बवाल हो गया था. ‘I Love Muhammad’ लिखे बैनर और पोस्टर लेकर लोगों का एक समूह सड़कों पर उतर आया था. देखते ही देखते मामला बिगड़ गया था. पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज किया, जिससे मौके पर भगदड़ मच गई थी. वहीं पुलिस मामले में मौलाना तौकीर रजा समेत अब तक कुल 73 आरोपियों की गिरफ्तारी कर चुकी है. 125 नामजद, 3000 अज्ञात लोगों पर FIR दर्ज की गई है. शुक्रवार को जुमे की नमाज को देखते हुए प्रशासन ने 2 दिनों के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद की गई थी, जिसे अब बहाल कर दिया गया है. जिससे लोगों ने चैन की सांस ली.

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बता दें कि बरेली में इंटरनेट सेवा बंद होने से कारोबार ठप पड़ गया था. बाजार को उपद्रव के चलते करोड़ों का नुकसान हुआ. नेटबैंकिंग, ऑनलाइन पेमेंट की व्यवस्था बाधित हो गई थी, जिसकी वजह से फूड चेन कंपनियां, होटलों को आर्डर नहीं मिल रहे थे. इंटरनेट शुरू होने से जनता-व्यापारी सभी ने राहत की सांस ली है. इंटरनेट बहाल होने से फिर कारोबार रफ्तार पकड़ेगा.

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कैसे हुआ था बवाल

मौलाना तौकीर रजा ने मुस्लिमों से शहर के इस्लामिया ग्राउंड में प्रदर्शन करने की अपील की थी. जुमे की नमाज खत्म होते ही भीड़ अचानक सड़क पर उतर आई थी. फिर जबरन ग्राउंड में जाने की जिद पर अड़ गई थी. पुलिस ने पहले उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने. देखते ही देखते भीड़ ने धार्मिक नारे लगाते हुए तोड़फोड़ शुरू कर दी. छतों से पत्थर फेंके और मामला सुलझने के बजाया और ज्यादा बिगड़ गया था. हालात बिगड़ने पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया और सीओ सिटी ने टियर गैस का गोला छोड़ा. उपद्रव की यह घटना कोतवाली थाना क्षेत्र के बिहारीपुर रोड पर हुई.