बहुत से लोग ये सोचते हैं कि यूरिक एसिड सिर्फ जोड़ों के दर्द या गठिया (gout) से जुड़ा होता है, लेकिन असल में ये हमारे शरीर के दूसरे हिस्सों खासकर त्वचा पर भी असर डाल सकता है. जब शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बहुत अधिक हो जाता है, तो यह क्रिस्टल्स के रूप में जमा होने लगता है, और इससे त्वचा पर कुछ स्पष्ट संकेत दिखाई दे सकते हैं जिन्हें नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है. आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से.

त्वचा पर यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण
त्वचा का लाल या सूजनयुक्त होना जोड़ों के आसपास की त्वचा लाल, गर्म और सूजन भरी हो सकती है. खासकर पैर के अंगूठे, घुटनों या एड़ियों के पास.
टोफ़ी लंबे समय तक यूरिक एसिड बढ़ा रहे तो यह छोटे-छोटे सफेद या पीले गांठों के रूप में त्वचा के नीचे जमा हो सकता है. इसे Tophi कहा जाता है. यह आमतौर पर उंगलियों, कान, कोहनी या एड़ी पर दिखते हैं.
त्वचा में खुजली और रैश यूरिक एसिड का प्रभाव कभी-कभी एलर्जी जैसे लक्षणों के रूप में भी दिख सकता है. खुजली, रैश या जलन महसूस होना.
त्वचा का रूखा और बेजान होना हाई यूरिक एसिड के कारण ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है, जिससे त्वचा में चमक खत्म हो सकती है और यह रूखी व बेजान लगने लगती है.
क्यों होता है ऐसा?
1-यूरिक एसिड शरीर से पेशाब के रास्ते बाहर निकलता है. जब यह बाहर नहीं निकल पाता तो शरीर के अलग-अलग हिस्सों में क्रिस्टल्स जमा होते हैं.ये क्रिस्टल्स सूजन और इम्यून रिएक्शन पैदा करते हैं, जिससे त्वचा भी प्रभावित होती है.
क्या करें
1-नियमित यूरिक एसिड की जांच कराएं (खासकर अगर जोड़ दर्द, थकान, या त्वचा में बदलाव दिखे).
2-डाइट में बदलाव करें – जैसे हाई-पुरिन फूड्स (लाल मांस, शराब, सीफूड) कम करें.
3-पर्याप्त पानी पिएं.
4-डॉक्टर से सलाह लेकर दवाइयां लें और लाइफस्टाइल में सुधार करें.
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