पटना। बिहार की राजनीति में चुनावी गर्मी के बीच तेजप्रताप यादव की पार्टी जनशक्ति जनता दल एक नए विवाद में घिर गई है। पार्टी ने अपने पूर्व पदाधिकारी और लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी रहे बालेन्द्र दास को कानूनी नोटिस भेजा है। आरोप है कि बालेन्द्र दास पार्टी पर फर्जी दावा कर रहे हैं और खुद को अब भी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बता रहे हैं।

झूठे स्वामित्व के दावे पर भेजा गया नोटिस

पार्टी की ओर से महासचिव मोती लाल रॉय के निर्देश पर एडवोकेट हिमांशु शर्मा ने 4 अक्टूबर को यह नोटिस बालेन्द्र दास को भेजा। नोटिस में साफ तौर पर कहा गया है कि बालेन्द्र दास जनशक्ति जनता दल के स्वामित्व और नेतृत्व को लेकर झूठे, कपटपूर्ण और भ्रामक दावे कर रहे हैं, जिससे पार्टी की प्रतिष्ठा को भारी नुकसान हो रहा है।

10 करोड़ की मानहानि और कानूनी चेतावनी

नोटिस में बालेन्द्र दास पर 10 करोड़ की मानहानि का दावा किया गया है। साथ ही चेताया गया है कि यदि 7 दिनों के भीतर वे बिना शर्त माफी नहीं मांगते और झूठे दावे वापस नहीं लेते, तो उनके खिलाफ आपराधिक और दीवानी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ-साथ भारत निर्वाचन आयोग में भी शिकायत दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है।

कौन हैं बालेन्द्र दास?

बालेन्द्र दास जनशक्ति जनता दल के शुरुआती नेताओं में से एक रहे हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने हाजीपुर सीट से इसी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था, जहां उन्हें बांसुरी चुनाव चिह्न मिला था। हालांकि वे महज 1318 वोटों के साथ 14वें स्थान पर रहे। चुनाव के बाद बालेन्द्र बहुजन समाज पार्टी के साथ जुड़ गए, जबकि पार्टी के एक और संस्थापक प्रशांत प्रताप आरजेडी में चले गए।

ब्लैक बोर्ड पार्टी का चुनाव चिह्न

बालेन्द्र दास और प्रशांत प्रताप के अलग होने के बाद तेजप्रताप यादव ने आधिकारिक तौर पर घोषणा की कि जनशक्ति जनता दल का असली चुनाव चिह्न “ब्लैक बोर्ड” है और पार्टी का नेतृत्व अब उनकी देखरेख में चल रहा है।

चुनावी माहौल में भ्रम फैलाने का आरोप

नोटिस में कहा गया है कि बालेन्द्र दास आगामी विधानसभा चुनाव से पहले जनता में भ्रम और अफवाहें फैला रहे हैं। वे खुद को पार्टी का नेता बताकर मतदाताओं को गुमराह कर रहे हैं, जो कि भारतीय दंड संहिता और जनप्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत गंभीर अपराध है। इस पर बीएनएस की धाराएं 318(1), 319(1), 318(2), 318(4) भी लगाई गई हैं।

नोटिस की मुख्य शर्तें

बालेन्द्र दास पार्टी से जुड़ा कोई दावा न करे, बिना शर्त माफी मांगें और वही प्लेटफॉर्म पर सार्वजनिक करे जनशक्ति जनता दल नाम का उपयोग करना बंद करें 10 करोड़ की क्षतिपूर्ति करें, अन्यथा कानूनी कार्रवाई झेलने के लिए तैयार रहें

क्या बोले बालेन्द्र दास?

इस पूरे मामले पर बालेन्द्र दास का दावा है कि वे अब भी जनशक्ति जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। हालांकि इस पर तेजप्रताप गुट ने उनकी बात को खारिज कर दिया है।