पटना। बिहार में आगामी चुनाव को लेकर महागठबंधन ने आज शाम पटना में एक अहम बैठक की। यह बैठक नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के एक पोलो रोड स्थित आवास पर हुई, जिसमें सभी सहयोगी दलों के शीर्ष नेता शामिल हुए। सूत्रों के अनुसार, सीट बंटवारे को लेकर सहमति बन गई है। CPI(M) नेता ने कहा कि सब फाइनल हो गया है और गठबंधन अब 7 अक्टूबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीट शेयरिंग का आधिकारिक ऐलान करेगा। बैठक में चुनावी रणनीति और प्रचार अभियान की रूपरेखा पर भी चर्चा हुई।
अहम बैठक बुलाई गई
बिहार की सियासत में हलचल एक बार फिर तेज हो गई है। रविवार शाम पटना स्थित एक पोलो रोड पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के आवास पर महागठबंधन की अहम बैठक बुलाई गई है। बैठक का मुख्य एजेंडा आगामी विधानसभा चुनाव से पहले सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप देना है। राजद की अगुवाई में हो रही इस बैठक में कांग्रेस, वीआईपी पार्टी और वाम दलों समेत सभी सहयोगी दलों के शीर्ष नेता शामिल हुए हैं। पूर्व मंत्री और वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी, कांग्रेस नेता राजेश राम पहले ही बैठक स्थल पर पहुंच चुके थे।सूत्रों के मुताबिक यह बैठक सीटों के बंटवारे को लेकर अब तक की सबसे निर्णायक बैठक मानी जा रही है। सहयोगी दलों के बीच कुछ सीटों को लेकर सहमति नहीं बन पाई है, जहां सभी का दावा है कि पिछली बार उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया था या पारंपरिक प्रभाव रहा है।
सब कुछ डिसाइडेड है
बैठक में शामिल होने से पहले मुकेश सहनी ने मीडिया से कहा सीट शेयरिंग को लेकर लगभग सब कुछ तय है। बस अब यह फैसला करना है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस कब करेंगे। उन्होंने जेडीयू की चुनाव एक चरण में कराने की मांग पर चुटकी लेते हुए कहा नीतीश जी को भाषण देना नहीं होता, वो कुछ बोलेंगे और कुछ बुला लिया जाएगा।
तेजस्वी ने की थी राजद की इंटरनल बैठक
इस महत्त्वपूर्ण बैठक से पहले तेजस्वी यादव ने अपनी पार्टी राजद के नेताओं के साथ एक आंतरिक बैठक की थी। इसमें उन सीटों की समीक्षा की गई जहां राजद के उम्मीदवारों को उतारने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है।
50 सीटों पर राजद के उम्मीदवार तय
राजद ने अपनी प्रभावशाली सीटों पर लगभग 50 उम्मीदवारों को चिह्नित कर दिया है और उन्हें क्षेत्र में प्रचार शुरू करने की अनुमति दे दी गई है। हालांकि इन नामों की औपचारिक घोषणा अभी नहीं की गई है, लेकिन उन्हें जनता के बीच जाने और जनसंपर्क अभियान चलाने की हरी झंडी दे दी गई है। इनमें वे सीटें प्रमुख हैं जहां पार्टी का पारंपरिक दबदबा रहा है, खासकर माई (मुसलमान-यादव) और रविदास समुदाय की प्रभावशाली सीटें। इन इलाकों में लालू प्रसाद यादव की मजबूत पकड़ रही है, जो राजद के जनाधार का मुख्य आधार मानी जाती हैं।
प्रचार अभियान पर भी चर्चा संभव
सूत्रों का कहना है कि बैठक सिर्फ सीट बंटवारे तक सीमित नहीं रहेगी। चुनावी रणनीति, प्रचार अभियान की रूपरेखा और गठबंधन में संभावित नए दलों को शामिल करने पर भी चर्चा की जा सकती है। इस बार महागठबंधन के लिए चुनाव एक बड़ी परीक्षा है, और नेतृत्व इसे किसी भी हाल में कमजोर नहीं पड़ने देना चाहता।
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