अमित पवार, बैतूल। आमला ब्लॉक के छोटे से गांव कलमेश्वरा का 4 साल का मासूम कबीर यादव, जिसने कभी सोचा भी नहीं था कि खांसी की दवा ही उसकी ज़िंदगी निगल जाएगी। कबीर के इलाज के लिए उसके पिता कैलाश यादव ने अपनी तीन एकड़ जमीन बस इस उम्मीद में गिरवी रख दी थी कि बेटा ठीक होकर घर लौटेगा। पर किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। अब कबीर नहीं रहा और कैलाश के पास न बेटा बचा, न जमीन। 

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मृतक के पिता कैलाश यादव को जमीन छुड़ाने के लिए चार लाख रुपये चाहिए, जो उसके पास नहीं हैं। आंखों में आंसू और दिल में आग लिए कैलाश अब सरकार से मदद की गुहार लगा रहा है और दोषी डॉक्टर पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहा है। आज बैतूल क सीएमएचओ कार्यालय में कैलाश के बयान दर्ज किए गए लेकिन सवाल अब भी गूंज रहा है क्या किसी की लापरवाही की कीमत एक बाप अपने बेटे और अपनी जमीन से चुकाएगा?

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कैलाश ने बताया कि कबीर बच नहीं पाया और अब जमीन वापस लेने 4 लाख लगेंगे। उन्होंने सरकार से मदद मांगी है कि दोषी डॉक्टर के विरुद्ध सख्त एक्शन लिया जाए। साथ ही कंपनी के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाए। उसकी मांग है कि किसी तरह उसे जमीन वापस मिल जाए, जिससे उसमें वह खेती कर सके। पीड़ित पिता ने सीएमएचओ कार्यालय में कैलाश के बयान दर्ज कराए हैं।

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