पटना। प्रदेश के मौसम में एक बार फिर बदलाव देखने को मिल रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र ने सोमवार को बिहार के 32 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। अगले दो दिनों तक यानी 7 अक्टूबर तक प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में बादल छाए रहने और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है। इस दौरान कुछ जिलों में तेज बारिश भी हो सकती है, जिससे जनजीवन पर असर पड़ने की आशंका है।
कोसी बराज से पानी का भारी डिस्चार्ज
रविवार देर शाम 8 बजे कोसी बराज से 5 लाख 19 हजार 470 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे सुपौल, अररिया और आसपास के निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। किशनगंज में भी नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। सुपौल में कोसी नदी और मधुबनी में कमला नदी उफान पर हैं। कोसी नदी का पानी अब तक करीब 700 घरों में घुस चुका है। बाढ़ की गंभीरता को देखते हुए कोसी बराज के 56 गेट खोल दिए गए हैं। कई गांवों में लोग घर छोड़कर सुरक्षित और ऊंचे स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं।
बंगाल की खाड़ी से बना लो प्रेशर का क्षेत्र
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी और उसके आसपास के क्षेत्र में निम्न दबाव का क्षेत्र (Low Pressure Area) बना हुआ है। इस प्रणाली के चलते दक्षिण-पूर्वी हवा और मध्य भारत की ओर से आ रही नम हवाएं बिहार में मानसून को सक्रिय बनाए हुए हैं। इसके साथ ही, नेपाल के तराई इलाकों और गंगा के मैदानी हिस्सों में नमी बढ़ने से बारिश की स्थितियां बनी हुई हैं। वहीं, उत्तर भारत की ओर बढ़ रहा एक पश्चिमी विक्षोभ भी बादलों को अतिरिक्त समर्थन दे रहा है, जिससे कई इलाकों में अच्छी बारिश दर्ज की जा रही है।
पटना का हाल, हल्की बारिश की संभावना
राजधानी पटना में सोमवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। दोपहर से शाम के बीच कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। अधिकतम तापमान 30 से 31 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 23 से 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। बारिश के चलते तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आने की संभावना है।
6 और 7 अक्टूबर तक बारिश जारी
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 6 और 7 अक्टूबर तक प्रदेश के अधिकांश इलाकों में बारिश की गतिविधियां बनी रहेंगी। हालांकि इसके बाद वर्षा की तीव्रता में धीरे-धीरे कमी आने लगेगी। दक्षिण बिहार में हल्की बारिश हो सकती है जबकि उत्तर बिहार के कुछ हिस्सों में मध्यम बारिश की संभावना बरकरार है।
सावधानी जरूरी, प्रशासन सतर्क
भारी बारिश और बाढ़ की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है। नदियों के किनारे बसे इलाकों में विशेष निगरानी बरती जा रही है और राहत-बचाव के इंतजाम किए जा रहे हैं। लोगों से अपील की गई है कि वे नदियों के किनारे जाने से बचें और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
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