रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ में निर्माणाधीन और स्वीकृत विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्गों को शीघ्र पूरा कराने का अनुरोध किया है. मुख्यमंत्री बघेल ने रायपुर शहर के टाटीबंध चौक में फ्लाई ओवर, रायपुर से धमतरी मार्ग का चौड़ीकरण, बिलासपुर-अम्बिकापुर, चांपा-कोरबा-कटघोरा मार्ग और पत्थल गांव के कुनकुरी मार्ग के चौड़ीकरण का कार्य शीघ्र पूर्ण कराने का उल्लेख अपने पत्र में किया है. बघेल ने कहा है कि राज्य के इन मार्गों के अपूर्ण होने से जनता को आवागमन में भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है.
मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री को प्रेषित पत्र में उल्लेख किया है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 53 में रायपुर शहर के टाटीबंध चौक स्थित है, जो रायपुर-दुर्ग, रायपुर-सिमगा, टाटीबंध-आमानाका एवं टाटीबंध-भनपुरी पांच मार्गों का जंक्शन है। आपके द्वारा 10 सितम्बर 2018 को छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान 100 करोड़ रूपए की लागत से फ्लाई ओवर निर्माण करने घोषणा के एक वर्ष बाद भी निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हो सका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि टाटीबंध चौक शहर का व्यस्तम चौक होने एवं जंक्शन का निर्माण मानकों के अनुसार नहीं होने के कारण लगातार दुर्घटनाएं हो रही है। यहां सुगम यातायात फ्लाई ओवर के निर्माण के लिए शीघ्र कार्य शुरू कराने का आग्रह किया है।
इसी तरह मुख्यमंत्री बघेल ने केन्द्रीय मंत्री को लिखे पत्र में उल्लेख किया है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 30 रायपुर-धमतरी मार्ग का चौड़ीकरण कार्य मई 2018 से पूर्णतः बंद होने और निर्माण एजेंसी द्वारा सड़क के कई हिस्सों में आधी चौड़ाई में सड़क निर्मित कर छोड़ दिया है। जगह-जगह कार्य अधूरे हैं, इससे यातायात बाधित हो रहा है। यह सड़क रायपुर-जगदलपुर को जोड़ने वाली महत्वपूर्ण सड़क है। सड़क का निर्माण कार्य नहीं होने के कारण आम जनता को यातायात में बड़ी असुविधा हो रही है। मुख्यमंत्री ने रायपुर-धमतरी फोरलेन सड़क का काम शीघ्र शुरू कर पूरा कराने का अनुरोध केन्द्रीय मंत्री से किया है। इसके अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग 43 पत्थलगांव-कुनकुरी मार्ग का चौड़ीकरण एवं उन्नयन का कार्य निर्माण एजेंसी द्वारा अधूरा छोड़ दिया गया है। पत्थलगांव-कांसाबेल के मध्य ठेकेदार द्वारा सड़क खोदकर छोड़ देने के कारण लगातार दो वर्षो से यातायात में असुविधा हो रही है एवं विगत तीन माह से लगातार हुई बारिश से यातायात में जाम की स्थिति निर्मित हो रही है। यह मार्ग प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य जिला जशपुर से गुजरता है एवं छत्तीसगढ़ को झारखण्ड से जोड़ने वाला मुख्य मार्ग है।
मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 149 बी चांपा-कोरबा-कटघोरा मार्ग मार्च 2014 में राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किया गया था तथा मार्ग का निर्माण छत्तीसगढ़ लोक निर्माण विभाग के माध्यम से कराया जा रहा था, परन्तु इस मार्ग में यातायात के घनत्व के आधार पर फोरलेन निर्माण हेतु उपयुक्त पाए जाने पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से कार्य कराये जाने के लिए सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्रालय नई दिल्ली द्वारा निर्देश दिए गए थे। 30 माह की समय अवधि बीत जाने के बाद भी आज दिनांक तक निर्माण हेतु एजेंसी निर्धारित नहीं हुई है। वर्तमान में राष्ट्रीय राजमार्ग चांपा-कोरबा-कटघोरा अतिवृष्टि से पूर्णतः क्षतिग्रस्त हो गया है एवं साधारण मरम्मत से सुधार योग्य नहीं है। अतः इस मार्ग का तत्काल उन्नयन एवं चौड़ीकरण कराया जाना अत्यंत आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने इस राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण एवं उन्नयन का कार्य राज्य लोक निर्माण विभाग के माध्यम से कराने का अनुरोध किया है, ताकि आम जनता को हो रही यातायात की असुविधा को शीघ्र दूर किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री को छत्तीसगढ़ राज्य में राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 111 बिलासपुर-पतरापाली-कटघोरा-शिवनगर-अम्बिकापुर मार्ग के संबंध में लिखा है कि इस मार्ग में निर्माण कार्य भी अधूरा है। पतरापाली-कटघोरा मार्ग का निर्माण लगभग पांच वर्षो से लंबित है और इस वर्ष हुई अतिवृष्टि से मार्ग पूर्णतः ध्वस्त हो चुका है एवं लोगों को यातायात में अत्यधिक असुविधा हो रही है। मुनगाडीह नाला पर स्थित पुराना पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। बिलासपुर-कटघोरा के बीच यातायात अवरूद्ध हो गया है। राज्य सरकार द्वारा उपरोक्त मार्ग पर पड़ने वाले शहरी भाग के पुर्ननिर्माण के लिए 24 करोड़ 26 लाख रूपए का प्राक्कलन 26 सितम्बर 2019 को किया गया है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इन मार्गों के निर्माण कार्यो को शीघ्र कराने का अनुरोध केन्द्रीय मंत्री से किया।