रायबरेली. दलित युवक की हत्या करने के मामले को लेकर राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पत्र के जरिए संयुक्त बयान जारी करके घटना की निंदा की है. दोनों नेताओं ने कहा, दलित युवक हरिओम वाल्मीकि की निर्मम और क्रूर हत्या की कांग्रेस पार्टी कड़ी से कड़ी निंदा करती है. हमारे देश में एक संविधान है, जो हर इंसान को समानता के भाव से पहचानता है. एक कानून है, जो हर नागरिक की सुरक्षा, उसके अधिकार और उसकी अभिव्यक्ति को समान दर्जा देता है. जो रायबरेली में हुआ, वह इस देश के संविधान के प्रति घोर अपराध है. दलित समुदाय के प्रति अपराध है. इस देश और समाज पर कलंक है.

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आगे पत्र में कहा कि देश में दलितों, अल्पसंख्यकों और गरीबों पर अपराध की संख्या हद से ज़्यादा बढ़ चुकी है. यह हिंसा सबसे अधिक उन्हीं पर होती है, जो वंचित हैं, बहुजन हैं, जिनकी न पर्याप्त हिस्सेदारी है, न प्रतिनिधित्व. चाहे हाथरस और उन्नाव में महिलाओं के खिलाफ अपराध हों, रायबरेली में हरिओम की हत्या या कुछ समय पहले रोहित वेमुला की संस्थागत हत्या. मध्यप्रदेश में एक नेता द्वारा आदिवासी युवक पर पेशाब करने की अमानवीय घटना, ओडिशा और मध्य प्रदेश में दलितों की निर्मम पिटाई या फिर हरियाणा के पहलू खान और उत्तर प्रदेश के अखलाक की हत्या, हर घटना हमारे समाज, प्रशासन और सत्ताधारी शक्तियों की बढ़ती हुई संवेदनहीनता का दर्पण है.

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2014 के बाद से मॉब लिंचिंग, बुलडोजर अन्याय और भीड़तंत्र जैसी प्रवृत्तियां हमारे समय की भयावह पहचान बन चुकी हैं.
हिंसा किसी भी सभ्य समाज की निशानी नहीं हो सकती, इसलिए हरिओम के साथ जो हुआ वह हमारी सामूहिक नैतिकता पर गहरा प्रश्न है. डॉ. भीमराव आंबेडकर के सपनों का भारत और महात्मा गांधी के ‘वैष्णव जन…’ का भारत सामाजिक न्याय, समानता और संवेदना का भारत है, जिसमें ऐसे अपराधों के लिए कोई स्थान नहीं. मानवता ही एकमात्र रास्ता है.
कांग्रेस पार्टी समाज के वंचित और कमजोर तबकों के सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है. हम नागरिकों से आह्वान करते हैं कि वे इस अन्याय के विरुद्ध एकजुट हों. यह लड़ाई तब तक जारी रहनी चाहिए, जब तक हर भारतीय के अधिकारों और जीवन की गरिमा को पूर्ण सुरक्षा नहीं मिल जाती.