मंगलवार को हनुमान जी की आराधना का विशेष महत्व बताया गया है. इस दिन श्रद्धालु जब गुड़ और भुने चने का प्रसाद अर्पित करते हैं, तो न केवल बजरंगबली प्रसन्न होते हैं, बल्कि ग्रह दोष और जीवन की कई बाधाएं भी दूर हो जाती हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यह प्रसाद मंगल ग्रह से जुड़ा हुआ है, जो ऊर्जा, साहस और आत्मबल का कारक माना जाता है.

शाम के समय लगाएं भोग

मान्यता है कि मंगलवार की शाम जब बजरंगबली मंदिर में सरसों तेल का दीप जलाकर ‘गुड़-चना’ का भोग लगाया जाता है, तो यह कर्म शनि और मंगल ग्रह के अशुभ प्रभाव को कम करता है. गुड़ का मीठा स्वाद और चने की सात्त्विकता दोनों मिलकर एक ऐसा प्रसाद बनाते हैं जो मानसिक शांति, आत्मबल और आरोग्य प्रदान करता है. जो जातक लगातार परिश्रम के बावजूद फल नहीं पा रहे हों या नौकरी-व्यापार में रुकावटों का सामना कर रहे हों, उन्हें यह उपाय विशेष रूप से लाभकारी बताया गया है.

मंगल दोष से मिलती है मुक्ति

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, हनुमान जी के भक्त यदि 11 मंगलवार लगातार यह उपाय करें, तो मंगल दोष, क्रोध और मानसिक अस्थिरता जैसी समस्याएं समाप्त हो जाती हैं. यह न केवल धार्मिक दृष्टि से शुभ है बल्कि आत्मिक रूप से भी व्यक्ति को दृढ़ बनाता है. इसलिए कहा गया है गुड़ चना अर्पित जो करे, बजरंगबली कृपा सदा उस पर रहे.