पटना। छठ महापर्व के आगमन से पहले भारतीय रेलवे ने बिहारवासियों को बड़ी सौगात दी है। त्योहार के दौरान बढ़ती भीड़ को देखते हुए रेलवे ने इस साल बिहार के लिए 12 हजार स्पेशल ट्रेनें चलाने का फैसला लिया है। दिवाली और छठ के दौरान लाखों की संख्या में प्रवासी बिहारी अपने घरों की ओर लौटते हैं। ऐसे में यात्रियों की सुविधा और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए रेलवे का यह कदम सराहनीय माना जा रहा है।

चार दिवसीय महापर्व की तैयारियां जोरों पर

इस वर्ष छठ महापर्व की शुरुआत 25 अक्टूबर से होगी, जो चार दिनों तक चलेगा। बिहार समेत पूरे उत्तर भारत में यह पर्व आस्था और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। रेलवे के फैसले से अब उन प्रवासी श्रमिकों और कामकाजी लोगों को राहत मिलेगी जो हर साल टिकट की मारामारी से परेशान रहते हैं।

सम्राट चौधरी ने जताया पीएम मोदी का आभार

रेलवे के इस फैसले पर बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सम्राट चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि “छठ महापर्व बिहार की अस्मिता और आस्था का पर्व है, और इस अवसर पर इतनी बड़ी संख्या में स्पेशल ट्रेनों का संचालन प्रधानमंत्री मोदी की संवेदनशीलता को दर्शाता है। सम्राट चौधरी ने इस फैसले को बिहार के लिए त्योहारी राहत पैकेज बताते हुए कहा कि इससे लाखों परिवारों को अपने घर पहुंचने में सुविधा होगी।

एनडीए की एकजुटता पर भरोसा, विपक्ष पर तंज

आभार जताते हुए सम्राट चौधरी ने बिहार की सियासत पर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि एनडीए गठबंधन में कोई मतभेद नहीं है, जबकि महागठबंधन अभी तक अपना सीएम चेहरा तय नहीं कर सका है। उन्होंने दावा किया कि 14 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में बिहार की जनता फिर से एनडीए पर भरोसा जताएगी। सम्राट चौधरी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के विकास को नई रफ्तार दी है और यही जनता की सबसे बड़ी आकांक्षा है।

बिहार लौटने वालों के लिए बड़ी राहत

त्योहारों के मौसम में दिल्ली, मुंबई, सूरत, अहमदाबाद, पंजाब और दक्षिण भारत के विभिन्न हिस्सों से लाखों प्रवासी बिहारी अपने घरों की ओर लौटते हैं। पिछले वर्षों की तुलना में इस बार ट्रेनों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि की गई है। इससे यात्रियों को लंबी प्रतीक्षा सूची और टिकट संकट से बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। रेलवे के इस फैसले ने एक ओर जहां यात्रियों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है, वहीं बिहार सरकार ने भी केंद्र के इस कदम का स्वागत करते हुए इसे “छठ पर्व का उपहार” बताया है।