सोहराब आलम, मोतिहारी (पूर्वी चंपारण)। बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है, लेकिन इसके बावजूद शराब का कारोबार और सेवन रुक नहीं पा रहा है।इसी शराबबंदी के बीच एक वारदात ने पूरे मोतिहारी को हिला दिया है। शराब पीने से रोकने पर कुछ शराबियों ने एक युवक की बेरहमी से पिटाई कर दी, जिससे उसकी मौत हो गई। मामला छतौनी थाना क्षेत्र के बरियारपुर गांव का है, जहां मंगलवार देर शाम कुछ युवक शराब पी रहे थे। मृतक गोलू कुमार जो स्थानीय दुकानदार और ऑटो चालक था, उन्हें शराब पीने से मना किया। इस बात से शराबियों ने गुस्से में आकर गोलू पर हमला बोल दिया और उसे लाठी-डंडों से बुरी तरह पीट दिया।

भाई पर भी किया हमला

गोलू के भाई अंशु कुमार ने बताया कि जब उन्होंने शराबियों को समझाने की कोशिश की, तो वे गांव के दबंगों के साथ मिलकर हमला करने लगे। हमारे घर के पास कुछ लोग रोज शराब पीने आते थे। जब हमने रोका तो उन्होंने हम दोनों भाइयों को पीटना शुरू कर दिया। मेरे भाई को इतनी बुरी तरह मारा कि उसकी मौके पर ही जान चली गई।

इलाके में मचा कोहराम, पुलिस जांच में जुटी

घटना के बाद बरियारपुर गांव में मातम और तनाव का माहौल है। ग्रामीणों में आक्रोश है कि शराबबंदी के बावजूद इलाके में खुलेआम शराब बेची और पी जा रही है। घटना की सूचना मिलते ही *छतौनी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने बताया कि हमलावरों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी।

शराबबंदी पर उठ रहे सवाल

यह घटना फिर से बिहार की शराबबंदी नीति पर सवाल खड़े कर रही है। राज्य सरकार के लाख दावों के बावजूद ग्रामीण इलाकों में शराब की अवैध बिक्री और सेवन आम बात बन चुकी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन की ढिलाई की वजह से शराब माफिया बेखौफ हैं और इसी वजह से आम लोग अब अपनी जान गंवा रहे हैं।

ग्रामीणों ने की सख्त कार्रवाई की मांग

गांव के लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाए और इलाके में नियमित पुलिस गश्त बढ़ाई जाए। शराबबंदी सिर्फ कागजों पर है। अगर पुलिस सख्त होती तो आज एक निर्दोष युवक की जान नहीं जाती।

गोलू की मौत से टूटा परिवार

25 वर्षीय गोलू कुमार अपने परिवार का एकमात्र कमाने वाला सदस्य था। वह ऑटो चलाकर और दुकान चलाकर अपने माता-पिता और भाई का भरण-पोषण करता था। उसकी मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
गांव के लोगों ने सरकार से मुआवजा और न्याय की मांग की है।