कुंदन कुमार/पटना। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जहां सभी दलों में उम्मीदवारों के चयन को लेकर खींचतान जारी है वहीं मोकामा सीट से बाहुबली छवि वाले पूर्व विधायक अनंत कुमार सिंह ने चुनावी रण का ऐलान कर दिया है। अनंत सिंह 14 अक्टूबर को मोकामा विधानसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल करेंगे। उनके प्रतिनिधि की ओर से बुधवार को इसकी औपचारिक घोषणा की गई है। उनके आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा गया है 14 अक्टूबर को छोटे सरकार नामांकन करेंगे। इस गौरवशाली बेला में सभी जनता मालिक और समर्थकों से आशीर्वाद और प्यार की कामना है।

जेडीयू से फाइनल हुआ टिकट !

लंबे समय से चल रही अटकलों पर अब विराम लग गया है। सूत्रों के अनुसार जेडीयू (जनता दल यूनाइटेड) ने मोकामा सीट से अनंत सिंह का टिकट फाइनल कर दिया है। यह वही सीट है जहां 2022 के उपचुनाव में उनकी पत्नी नीलम देवी ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के टिकट पर जीत दर्ज की थी। अब परिस्थितियां बदल चुकी हैं नीलम देवी ने पार्टी से दूरी बना ली है और इस बार खुद अनंत सिंह मैदान में उतरने वाले हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि अनंत सिंह का टिकट फाइनल होना जेडीयू के लिए बड़ा संदेश है। जिस वक्त वह जेल से बाहर आए थे, तभी से राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा तेज थी कि “छोटे सरकार” खुद मोकामा की सियासत संभालेंगे। अब उनके ऐलान के बाद यह बात साफ हो गई है कि मोकामा का चुनावी रण एक बार फिर हाई-वोल्टेज मुकाबले में बदलने वाला है।

समर्थकों से भावनात्मक अपील

अनंत सिंह ने अपने समर्थकों और क्षेत्र की जनता से अपील की है कि वे 14 अक्टूबर को उनके नामांकन के समय बड़ी संख्या में मौजूद रहें। उन्होंने कहा कि मोकामा की जनता हमेशा से उनका परिवार रही है और इस बार भी वही प्यार और सहयोग उन्हें चाहिए। उनकी अपील के बाद मोकामा और आस-पास के इलाकों में हलचल तेज हो गई है। समर्थक छोटे सरकार जिंदाबाद के नारे लगाते हुए तैयारियों में जुट गए हैं।

पटना जिले की सबसे चर्चित सीट बना मोकामा

मोकामा विधानसभा सीट जो पटना जिले में आती है। लंबे समय से बिहार की राजनीति का केंद्र बनी हुई है। यहां बाहुबली नेताओं का प्रभाव हमेशा से देखने को मिला है। अनंत सिंह का नाम इस इलाके में एक बड़े जनाधार और सशक्त पकड़ के लिए जाना जाता है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बार भी मोकामा में मुकाबला दिलचस्प रहेगा। एक तरफ एनडीए (NDA) और दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) की रणनीतियां टकरा रही हैं, लेकिन मोकामा की जमीनी राजनीति में अनंत फैक्टर एक निर्णायक भूमिका निभा सकता है।

राजनीतिक समीकरणों में नई हलचल

जेडीयू की ओर से अनंत सिंह को मौका देने का फैसला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए भी एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है। पार्टी का मकसद मोकामा जैसी सीटों पर मजबूत उम्मीदवार उतारकर अपने जनाधार को मजबूत करना है। दूसरी ओर राजद खेमे में भी इस ऐलान के बाद हलचल मच गई है। नीलम देवी के टिकट बदलने और अनंत सिंह की वापसी से मोकामा में “पुराने बनाम नए समीकरणों” की दिलचस्प जंग देखने को मिलेगी।