Advance Agrolife IPO केनिवेशकों की भारी दिलचस्पी के बाद आज एडवांस एग्रोलाइफ के शेयरों ने मार्केट में एंट्री ली — लेकिन कहानी में एक ट्विस्ट भी है. जिस आईपीओ ने 56 गुना सब्सक्रिप्शन के साथ धूम मचाई थी, वह लिस्टिंग के कुछ ही घंटों में कमजोर पड़ गया.

कीटनाशक और खाद बनाने वाली कंपनी Advance Agrolife के ₹100 के शेयर आज BSE पर ₹113.00 और NSE पर ₹114.00 पर लिस्ट हुए — यानी निवेशकों को करीब 14% का तगड़ा लिस्टिंग गेन मिला. लेकिन यह खुशी कुछ ही समय तक टिक सकी. शुरुआती ट्रेडिंग सत्र में मुनाफावसूली के चलते शेयर ₹109.00 तक फिसल गया. फिलहाल निवेशक लगभग 9% के लाभ में हैं.
Advance Agrolife IPO को मिला जबरदस्त रिस्पांस
कंपनी का ₹392.86 करोड़ का पब्लिक इश्यू 30 सितंबर से 3 अक्टूबर तक खुला था. इस दौरान निवेशकों का जोश देखने लायक था. ओवरऑल यह आईपीओ 56.90 गुना सब्सक्राइब हुआ.
QIB (Qualified Institutional Buyers): 27.31 गुना
NII (Non-Institutional Investors): 175.30 गुना
Retail Investors: 23.14 गुना
Employees: 38.42 गुना
इस ऑफर में ₹10 की फेस वैल्यू वाले 1,92,85,720 नए शेयर जारी किए गए. जुटाई गई राशि में से ₹135 करोड़ वर्किंग कैपिटल के लिए और बाकी रकम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च की जाएगी.
Advance Agrolife का बिजनेस और विस्तार
वर्ष 2002 में स्थापित Advance Agrolife एक एग्रोकेमिकल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है, जो खाद और कीटनाशक उत्पादों को बी2बी मॉडल पर बेचती है.
भारत के 19 राज्यों और 3 केंद्रशासित प्रदेशों में इसका नेटवर्क फैला है.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कंपनी यूएई, बांग्लादेश, चीन, हांगकांग, टर्की, इजिप्ट, केन्या और नेपाल में अपने प्रोडक्ट्स सप्लाई करती है.
इसकी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट जयपुर (राजस्थान) में स्थित है.
वित्तीय स्थिति
कंपनी की आर्थिक स्थिति पिछले तीन वर्षों में लगातार बेहतर हुई है.
FY 2023: शुद्ध लाभ ₹14.87 करोड़
FY 2024: शुद्ध लाभ ₹24.73 करोड़
FY 2025: शुद्ध लाभ ₹25.64 करोड़
इस दौरान कुल आय (Total Income) सालाना 12% CAGR से बढ़कर ₹502.88 करोड़ पर पहुंची. हालांकि, कंपनी का कर्ज भी इसी अवधि में ₹25.29 करोड़ से बढ़कर ₹80.45 करोड़ तक पहुंच गया.
क्या आगे भी बढ़ेगा शेयर?
एनालिस्ट्स का मानना है कि एडवांस एग्रोलाइफ का बिजनेस मॉडल स्थायी है, लेकिन कर्ज में तेजी और बाजार की अस्थिरता को देखते हुए निकट भविष्य में उतार-चढ़ाव संभव हैं. लंबी अवधि के निवेशक इसे होल्ड कर सकते हैं, जबकि शॉर्ट टर्म निवेशकों के लिए फिलहाल मुनाफावसूली समझदारी भरा कदम हो सकता है.
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