विक्रम मिश्र, अयोध्या. अपनी खुद की पीठ थपथपा कर मुख्यमंत्री को खुश करने वाले अधिकारी अयोध्या भर को सजाना तो दूर, आज तक सही नहीं कर पाए हैं. अयोध्या विकास प्राधिकरण की ओर से बनाई गई साकेतपुरी कॉलोनी में सीवर लाइन और गैस लाइन का दुरुस्त होना तो दूर कॉलोनी के अंदर बैंक ऑफ बड़ौदा के पास नालियों के ऊपर रखे गए टूटे हुए पत्थरों पर वर्षों से जिम्मेदारों की नजर नहीं गई है. कॉलोनी के अंदर की लगभग सभी सड़कों को मरम्मत की जरुरत है. लेकिन इस पर जिम्मेदारों की नजर नहीं जा रही है.
क्षेत्रीय पार्षद से लेकर मेयर और नगर आयुक्त तक कॉलोनी के मानकों को पूरा करने में पूरी तरह से फेल साबित हो रहे हैं. एक दो नहीं बल्कि साकेतपुरी कॉलोनी के सभी पार्कों का बुरा हाल है. पार्कों के दुरुस्तिकरण के नाम पर ठेकेदार और इंजीनियर मोटी मलाई काट रहे हैं. मेयर से लेकर नगर आयुक्त और विकास प्राधिकरण के तमाम सारे अधिकारी आए दिन करते हैं साकेतपुरी कॉलोनी का निरीक्षण, निरीक्षण के बाद क्या कुछ हुआ नहीं है किसी को कोई खबर. राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे बसी इस कॉलोनी में आरएसएस के प्रमुख कार्यालय के अतिरिक्त आधा दर्जन से ज्यादा हॉस्पिटल पेट्रोल पंप और तमाम सारी कमर्शियल बिल्डिंगों के चलते शहर की सबसे व्यस्ततम आवासीय कॉलोनी मे शुमार है एरिया.
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कॉलोनी के अंदर निर्माणाधीन बहुमंजिला बिल्डिंग पर आए दिन युवक नशा करते देखे जाते हैं. दिल्ली हरियाणा पंजाब समेत भारत के कई राज्यों से आने वाले पर्यटक सबसे अच्छी कॉलोनी देखने साकेत पुरी आते हैं. लेकिन यहां आकर उन्हें निराशा हाथ लगती है. लेकिन इसकी वजह से अयोध्या से मुख्यमंत्री के नाम पर गलत संदेश जा रहा है. समस्याओं के चलते निराश कॉलोनी के लोग मुख्यमंत्री से शिकायत करने की योजना बना रहे हैं. बहुत जल्द संतो संग कॉलोनीवासी मुख्यमंत्री को अयोध्या प्रशासन की असल हकीकत बताएंगे.
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