जौनपुर. केराकत थाना क्षेत्र के नुआंव गांव निवासी प्रीति ने अपने ससुराल पक्ष पर दहेज की मांग को लेकर मारपीट करने और गर्भस्थ शिशु की हत्या करने का गंभीर आरोप लगाया है. लगभग एक साल तक न्याय के लिए दर-दर भटकने के बाद आखिरकार न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है.

पीड़िता प्रीति के अनुसार, मार्च 2023 में उसका विवाह वाराणसी जनपद के शिवपुर निवासी प्रदीप कुमार के साथ हुआ था. शादी के कुछ समय बाद से ही पति प्रदीप, ससुर मंशाराम, सास विद्या देवी, जेठ दीपक और नीरज और जेठानी वंदना समेत अन्य परिजन दहेज में कार की मांग को लेकर उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने लगे.

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प्रीति का आरोप है कि 8 सितंबर 2024 को सभी ससुरालीजनों ने मिलकर उसकी बेरहमी से पिटाई की, जिससे उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हो गई. बाद में परिजन उसे वाराणसी के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले गए, जहां डॉक्टरों ने गर्भस्थ शिशु को मृत घोषित कर दिया.

पीड़िता ने बताया कि उसने घटना की सूचना कई बार केराकत थाने और पुलिस अधीक्षक जौनपुर को दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. न्याय न मिलने से निराश होकर उसने न्यायालय की शरण ली, जिसके आदेश पर अब पुलिस ने 6 नामजद आरोपियों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न और गर्भस्थ शिशु की हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. थानाध्यक्ष त्रिवेणी सिंह ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है, दोषियों के खिलाफ साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.