ललित ठाकुर, राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के कोटवार लंबे समय से सेवा दे रहे हैं, लेकिन उनके हित में राज्य शासन द्वारा अब तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है। इसी कारण आज भी कोटवारों की आर्थिक स्थिति जस की तस बनी हुई है। अपनी मांगों को लेकर कोटवार संघ ने रैली निकाली और कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।


राजनांदगांव कोटवार संघ का कहना है सरकार इनकी बात नहीं मान रही है इनको अन्य राज्यों में जैसा वेतन मिलता है वैसा मिलना चाहिए साथ ही अन्य राज्यों में 12000 वेतन मिलता है और हमको 6000 रुपये हमें अन्य राज्य जैसा वेतन दिया जाए इसी मांग को लेकर आज विरोध स्वरूप कलेक्टर कार्यालय से विरोध स्वरूप रैली निकाली गई राम दरबार तक जिसमें जिले भर के लगभग 700 कोटवार संघ शामिल है।

कोटवारों का कहना है कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा कोटवारों के हित में दिनांक 01/10/2023 को जो आदेश पारित किया गया है, उसी अनुरूप छत्तीसगढ़ प्रदेश के कोटवारों को भी पारिश्रमिक बढ़ोतरी करते हुए सारी सुविधाएं प्रदान की जाएं। इसके लिए आज कोटवार संघ जिला कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठा हुआ है। सेवा भूमि के अनुसार ग्राम कोटवारों की श्रेणी अनुरूप लाभ प्रदान करने की मांग की गई है। साथ ही कोटवारों के सेवा मुक्त होने पर 5 लाख रुपये एवं प्रति वर्ष 1 हजार रुपये बिना हड़ताल के दिए जाने की मांग की गई है। इसके अतिरिक्त, छत्तीसगढ़ के कोटवारों की वर्दी खाकी की जाए।
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