मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने बुधवार को सचिवालय में कौशल विकास एवं सेवायोजन विभाग की समीक्षा की. मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को प्रदेश के भीतर और अन्य राज्यों सहित विदेशों में भी नौकरी के अवसर दिलाने की दिशा में काम किए जाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि इसके लिए ओवरसीज एम्प्लॉयमेंट सेल और पैनलबद्ध भर्ती एजेंसियों के माध्यम से विदेशों में नौकरी के अवसर उपलब्ध कराए जाएं.

मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेशभर में स्किल गैप असेसमेंट करा लिया जाए. उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रमों में नर्सिंग, टूर गाइड्स एवं वाइल्ड लाइफ गाइड प्रशिक्षण को भी शामिल किया जाए. इसके लिए विभाग को युवाओं को प्रशिक्षण उपलब्ध कराने के साथ ही हैंड होल्डिंग किए जाने की आवश्यकता है.

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मुख्य सचिव ने कहा कि विदेशों में नौकरी की संभावनाओं को देखते हुए युवाओं को अपेक्षित प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाए. उन्होंने कहा कि युवाओं की हैंड होल्डिंग के साथ ही इच्छुक अभ्यर्थियों को इंटेंसिव ट्रेनिंग भी कराई जा सकती है. उन्होंने कहा कि विदेश में जॉब के लिए जाने वाले अभ्यर्थियों को विदेशी भाषाओं के व्यावहारिक बातचीत का प्रशिक्षण भी अनिवार्य रूप से कराया जाए, ताकि विदेशों में सामान्य बोलचाल की समस्या उत्पन्न न हो. मुख्य सचिव ने कहा कि विभाग द्वारा विदेशों में नौकरी के अवसर का भी लक्ष्य निर्धारित किया जा सकता है, ताकि अधिक से ज्यादा लोग इसका लाभ उठा सकें.

सचिव सी. रविशंकर ने बताया कि विभाग की ओर से ओवरसीज एम्प्लॉयमेंट सेल का गठन कर लिया गया है. अभी तक 63 युवाओं को जापान और सऊदी अरेबिया में प्रशिक्षण और रोजगार प्रदान किया गया है. उन्होंने कहा कि सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के माध्यम से 351 युवाओं को प्रशिक्षण उपलब्ध कराया गया है, जिसमें से 315 को प्लेसमेंट मिल गया है. सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में वर्तमान में 169 युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है.