पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राजनीति में एक नया और चर्चित नाम उतर चुका है पूर्व आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे। सख्त छवि और बेखौफ कार्यशैली के लिए मशहूर लांडे ने सोशल मीडिया लाइव के जरिए एलान किया कि वे इस बार अपनी नई पार्टी हिंद सेना के साथ चुनावी मैदान में उतरेंगे और उम्मीद जताई जा रही है कि अररिया या जमालपुर से चुनावी मैदान में उतर सकते है। हालांकि उन्होंने अभी यह स्पष्ट नहीं किया है कि वे किस विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे लेकिन अररिया या जमालपुर से उनकी संभावित उम्मीदवारी की चर्चा तेज है। दोनों ही जगहों पर बतौर एसपी और एएसपी रहते हुए उन्होंने अपनी छाप छोड़ी थी और जनता के बीच लोकप्रियता हासिल की थी।

सख्त पुलिस अधिकारी से जननेता बनने का सफर

2006 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे शिवदीप लांडे ने अपने कार्यकाल में अपराध और माफियाओं के खिलाफ कई सख्त अभियान चलाए। पटना अररिया और पूर्णिया जैसे जिलों में उन्होंने कानून-व्यवस्था को सुधारने के लिए कठोर कदम उठाए। पटना से उनके ट्रांसफर के वक्त लोगों ने कैंडल मार्च निकालकर उनका समर्थन किया था जो उनकी लोकप्रियता को दर्शाता है।

जनता की सेवा के लिए छोड़ी वर्दी

19 सितंबर 2024 को लांडे ने पूर्णिया रेंज के आईजी पद से इस्तीफा देकर पुलिस सेवा को अलविदा कहा। उनका कहना था कि वे अब राजनीति के जरिए सीधे जनता की सेवा करना चाहते हैं। इसी मकसद से उन्होंने अप्रैल 2025 में अपनी पार्टी हिंद सेना की स्थापना की जो भ्रष्टाचार और अपराध के खिलाफ लड़ाई को आगे बढ़ाएगी।

सोशल मीडिया पर जबरदस्त पकड़

शिवदीप लांडे सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय हैं। इंस्टाग्राम पर उनके 2.1 लाख, फेसबुक पर 8.1 लाख और ट्विटर पर 4,000 से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। उनका जनता से जुड़ाव और प्रेरक पोस्ट ने उन्हें युवाओं के बीच लोकप्रिय चेहरा बना दिया है।

बिहार की राजनीति में नया समीकरण

लांडे की राजनीति में एंट्री ने बिहार की सियासत में नया समीकरण खड़ा कर दिया है। समर्थक उन्हें भ्रष्टाचार के खिलाफ सशक्त आवाज के रूप में देख रहे हैं जबकि विरोधियों का कहना है कि राजनीति में उनकी सख्त छवि चुनौती बन सकती है। अब देखना यह होगा कि जनता इस सुपर कॉप को कितना समर्थन देती है और क्या वे राजनीति के मैदान में भी अपनी वही पहचान कायम रख पाते हैं जो उन्होंने वर्दी में बनाई थी।