पटना। बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही राज्य की सियासत पूरी तरह चुनावी मोड में आ गई है। राजनीतिक दलों के दफ्तरों में बैठकों और रणनीति निर्माण का दौर जारी है। एक ओर जहां एनडीए (NDA) और महागठबंधन (Mahagathbandhan) दोनों ही अपने-अपने पाले में सीटों के बंटवारे पर अंतिम मुहर लगाने में जुटे हैं वहीं दूसरी ओर टिकट की तलाश में नेताओं की भागदौड़ तेज हो गई है। सूत्रों के मुताबिक कई मौजूदा विधायक इस बार टिकट कटने की आशंका से परेशान हैं। कुछ नेता अपने विरोधियों का टिकट कटवाने के लिए पार्टी दफ्तरों से लेकर पटना तक दौड़ लगा रहे हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के यहां नेताओं और कार्यकर्ताओं का तांता लगा हुआ है। उधर नए चेहरे चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में हैं।

महागठबंधन में भी नहीं बनी सहमति

महागठबंधन के भीतर सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति नहीं बनने की खबरें सामने आई है। हालांकि खबरें सामने आ रही है कि आज या कल में महा गठबंधन अपनी लिस्ट जारी कर देगा। कांग्रेस राजद और वाम दलों के बीच लंबी बैठकों के बाद अब लगभग सभी सीटों पर समझौता होने की खबर है। संभव है कि आज ही महागठबंधन सीट शेयरिंग की औपचारिक घोषणा कर देंगे। वहीं एनडीए में स्थिति अब भी साफ नहीं हो पाई है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने कुछ सीटों पर पेच फंसा रखा है जिससे बातचीत अटक गई है।

चुनाव आयोग ने कसी कमर

इधर चुनाव आयोग और प्रशासनिक तंत्र ने निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर लगभग एक लाख सुरक्षा बलों की तैनाती की जाएगी। चुनावी क्षेत्रों में फ्लाइंग स्क्वाड और निगरानी टीमें भी सक्रिय कर दी गई हैं।

बीजेपी अध्यक्ष का महागठबंधन पर तंज

बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि महागठबंधन के नेता डिप्रेशन में चले गए हैं और उनके टायर पंचर हो चुके हैं। उन्होंने दावा किया कि बिहार की जनता ने कांग्रेस और राजद के इस गठबंधन को पहले ही नकार दिया है। जायसवाल ने विश्वास जताया कि जनता विकास और स्थिरता के नाम पर एनडीए को ही चुनने जा रही है।