शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह गुरुवार को नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के बंगले पहुंचे। जहां दोनों नेताओं के बीच बंद कमरे में करीब 45 मिनट तक चर्चा हुई। इस दौरान आदिवासी जननायक फिल्म बनाने को लेकर चर्चा हुई। इसके साथ ही प्रदेश के मौजूदा राजनीति स्थिति के बारे में भी बातचीत हुई है।

एमपी में उस वक्त हलचल मच गई, जब पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह गुरुवार को नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के बंगले पर पहुंचे। ऐसा इसलिए क्यों कि सिंघार, दिग्विजय के धुर विरोधी माने जाते हैं। लेकिन इस मुलाकात के कुछ और ही मायने हैं। दरअसल, दिग्विजय सिंह आदिवासी जननायक फिल्म को लेकर सिंघार के बंगले पहुंचे थे। दोनों नेताओं के बीच 45 मिनट तक चर्चा हुई।

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इन मुद्दों पर हुई चर्चा

वहीं सिंघार से मुलाकात के बाद दिग्गी ने मीडिया से चर्चा के दौरान बताया कि आदिवासी जननायक फिल्म बनाने को लेकर चर्चा हुई है। मूवी बना रहे लोगों को मुलाकात के लिए लेकर आए थे। दिग्गी ने कहा कि जिस तरह से जंगल सत्याग्रह पर फिल्म बनी उसी तरह टंट्या मामा पर भी मूवी बननी चाहिए। नेता प्रतिपक्ष ने टंट्या मामा पर फिल्म बनाये जाने के लिए कहा था। उसका प्रोजेक्ट लेकर हम आएं हैं, हमने नेता प्रतिपक्ष से निवेदन किया है कि वे मुख्यमंत्री से समय लें। दिग्विजय सिंह मुलाकात को लेकर नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि टंट्या भील की फिल्म को लेकर चर्चा हुई हैं। मालवा और निमाड़ में टंट्या भील का बड़ा वर्चस्व है। इसके अलावा संगठन को मजबूत करने को लेकर भी बातचीत हुई हैं।

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छिंदवाड़ा मामले और OBC आरक्षण पर दिग्गी ने कही ये बात

दिग्गी ने छिंदवाड़ा मामले को लेकर कहा कि स्वास्थ्य मंत्री ने पहले क्लीन चिट दे दी थी। क्या स्वास्थ्य मंत्री की जिम्मेदारी नहीं बनती ? सैंपल छिंदवाड़ा से भोपाल आने में कई दिन लग गए। तमिलनाडु सरकार का जो सवाल है, इसमे केंद्र सरकार की भी पमिशन लगती है यह क्यों भूल जाते हैं। OBC आरक्षण को लेकर दिग्विजय ने कहा कि सरकार की नियत खराब है। पूरी तरीके से बीजेपी इसके खिलाफ है। मंडल कमीशन के समय RSS ने OBC आरक्षण का विरोध किया। कुछ लोगों को पद बांट देने से कुछ नहीं होता है। नियुक्तियों में आरक्षण नहीं मिल रहा है।

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