Rajasthan News: अंता विधानसभा उपचुनाव-2025 की तारीखों का ऐलान हो चुका है और 6 अक्टूबर से आदर्श आचार संहिता लागू है। लेकिन इस बार का चुनाव सिर्फ राजनीतिक मुकाबला नहीं, बल्कि तकनीक के जिम्मेदार इस्तेमाल की भी परीक्षा बनने जा रहा है। चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को चेताया है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डीपफेक वीडियो के दुरुपयोग पर सख्त कार्रवाई होगी।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने कहा कि किसी भी पार्टी, उम्मीदवार या स्टार प्रचारक द्वारा प्रचार में AI टूल्स का उपयोग करते समय पारदर्शिता जरूरी है। अगर कोई वीडियो, ऑडियो या पोस्ट डिजिटल रूप से बदला गया है या AI से तैयार की गई है, तो उस पर स्पष्ट रूप से यह उल्लेख करना होगा कि सामग्री AI आधारित या डिजिटली संवर्धित है।

डीपफेक पर आयोग की सख्त नजर

AI तकनीक से किसी भी व्यक्ति की झूठी छवि या आवाज तैयार करना अब कुछ ही मिनटों का काम है। इसी खतरे को देखते हुए आयोग ने सभी दलों को निर्देश दिया है कि प्रचार सामग्री में फर्जी या भ्रामक तत्व पाए जाने पर उसे तुरंत हटाया जाएगा और जिम्मेदार व्यक्ति पर कार्रवाई होगी।

हर सोशल मीडिया पोस्ट पर लागू होंगे नियम

महाजन ने बताया कि ये दिशा-निर्देश इंटरनेट और सोशल मीडिया पर साझा की जा रही हर पोस्ट, फोटो और वीडियो पर लागू होंगे। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि जनता को पता रहे कि जो सामग्री वे देख रहे हैं, वह असली है या AI की मदद से बनाई गई है।

आचार संहिता उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई

आयोग ने राजनीतिक दलों को चेतावनी दी है कि प्रतिद्वंद्वियों की आलोचना केवल नीतियों, कार्यक्रमों और कामकाज तक सीमित रखी जाए। किसी भी नेता के निजी जीवन पर टिप्पणी या झूठे आरोप लगाना आचार संहिता का उल्लंघन माना जाएगा। आयोग ने कहा है कि उल्लंघन की स्थिति में उम्मीदवार का नामांकन तक रद्द किया जा सकता है। अंता विधानसभा सीट पर मतदान 11 नवंबर को होगा और नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।

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