दिवाली से पहले इस साल का सबसे बड़ा ज्योतिषीय परिवर्तन होने जा रहा है. ज्योतिषियों का कहना है कि 17 अक्टूबर दोपहर 1:36 बजे सूर्य का तुला राशि में प्रवेश बेहद खास संयोग है. सूर्य का यह गोचर दिवाली से ठीक तीन दिन पहले हो रहा है, जिससे इस बार दीपोत्सव का प्रभाव और भी शुभकारी बन गया है.

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार तुला में पहले से मौजूद मंगल के साथ सूर्य की युति बनेगी, जो ऊर्जा, उत्साह और नए अवसरों का प्रतीक मानी जा रही है. हालांकि, कुछ राशियों के लिए यह संयोजन चुनौतियां भी ला सकता है. तुला, सिंह और धनु राशि वालों के लिए यह गोचर विशेष लाभदायक रहेगा, जबकि कर्क और कन्या राशि को स्वास्थ्य पर ध्यान देना होगा. तुला राशि न्याय, संतुलन और साझेदारी का प्रतीक मानी जाती है, इसलिए इस अवधि में संबंधों में सामंजस्य और आपसी विश्वास बढ़ने की संभावना है. वहीं सरकारी या कानूनी मामलों में भी निर्णायक बदलाव देखने को मिल सकते हैं.

ग्रहों की दृष्टि से दिवाली क्यों खास?

सूर्य, मंगल और बुध की युति के साथ यह दिवाली शक्ति, साहस और व्यापारिक प्रगति का संकेत दे रही है. तुला राशि में सूर्य का प्रवेश सूर्य संक्रांति कहलाता है, जिससे शुभ कार्यों की शुरुआत मानी जाती है. ऐसे में ज्योतिषाचार्य सलाह देते हैं कि इस दिवाली अपने घर की उत्तर दिशा में दीप जलाएं और परिवार के साथ मिलकर लक्ष्मी पूजन करें. यह पूरे वर्ष समृद्धि का मार्ग खोलेगा.