कुंदन कुमार, पटना। बिहार चुनाव का ऐलान होते ही सभी सियासी दल अपनी-अपनी तैयारियों को धार देने में लग गए हैं। इसी क्रम में आज गुरुवार 9 अक्टूबर को कांग्रेस प्रदेश कार्यालय सदाकत आश्रम में पार्टी के बिहार चुनाव ऑब्जर्वर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, अधीर रंजन चौधरी समेत कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की संयुक्त प्रेस वार्ता हुई। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने बिहार सरकार के नाकामी का पुस्तक जारी किया, जिसे (20 साल विनाश काल) नाम दिया गया है।

बिना गुड गवर्नेंस के विकास नहीं- गहलोत

इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री राजस्थान अशोक गहलोत ने कहा कि, बिना गुड गवर्नेंस के विकास नहीं हो सकता है, जो नीतीश कुमार ने खो दिया है। भ्रष्टाचार जहां पर होगा वहां विकास कैसे होगा? बिहार सरकार के मंत्री और डिप्टी सीएम पर करप्शन के खुलेआम आरोप लगे हैं। किसी मंत्री का इस्तीफा नहीं हुआ। यह उनके जीरो टॉलरेंस भ्रष्टाचार नीति पर सवाल उठता है। बिहार में शिक्षा स्वास्थ्य जन कल्याण कार्यक्रम की दुर्दशा है। बिहार में पलायन बड़ी समस्या थी और अभी भी है, जिसे रोकने में सरकार असमर्थ रही है।

इंजन खराब होने पर धुंआ फेंकता है मशीन

वहीं, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, बिहार सरकार जनता की चुनी गई सरकार है और जनता का गला घोट रही है। बिहार में नए उद्योग नहीं लगे, नौकरी नहीं मिल रही है, बिहार में डबल इंजन नहीं ट्रिपल इंजन है। नीतीश कुमार का स्वास्थ्य सही नहीं है। इंजन का मशीन खराब हो जाता है, तो धुंआ फेंकने लगता है। वही हालत नितीश कुमार की है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजीत चौधरी ने कहा कि, महागठबंधन के सभी घटक दल बिहार को विनाश से बचाने के लिए काम कर रहे हैं। बिहार के गरीबों को लूटने के लिए बिहार की महिलाओं को ₹10000 दिया गया है। बिहार सरकार खुद कर्ज में चल रही है, आम लोगों को भी फंसाने में लगी है।

‘बिहार सरकार में हुआ 71 हजार करोड़ का घोटाला’

वही, जयराम रमेश ने कहा कि, बिहार में बिना ईंधन वाला डबल इंजन की सरकार से बिहार का विनाश हुआ है, बिहार का भविष्य पलायन नहीं है। उन्होंने कहा कि, 25 जुलाई 2025 को कैग रिपोर्ट विधानसभा में पेश की गई थी। 71,000 करोड़ का घोटाला बिहार सरकार के 10 विभागों में हुआ था। यह कांग्रेस का रिपोर्ट नहीं सीएजी का रिपोर्ट था। बेरोजगारी के आंकड़े में बिहार सबसे ऊपर है। एक लाख की आबादी पर अलग-अलग राज्यों के 30 कॉलेज स्थापित किए गए हैं। बिहार में एक लाख की आबादी पर मात्र 7 कॉलेज स्थापित है।

उन्होंने कहा कि, जातीय सर्वेक्षण जो बिहार में हुआ उसका विरोध बीजेपी ने किया था। न्यायालय के माध्यम से बढ़े आरक्षण को रोक दिया गया। बिहार में बढ़े हुए आरक्षण के दायरे को संविधान के 9वीं सूची में शामिल क्यों नहीं किया गया? यह बिहार के मुख्यमंत्री बताएं। 3 मिनट का वीडियो फिल्म कांग्रेस पार्टी द्वारा दिखाया गया, जिसमें नीतीश सरकार के नाकामियों को बताया गाया। कांग्रेस का आरोप है कि अगर 2024 के चुनाव में वोट चोरी नहीं होती, तो बीजेपी को 240 सीट नहीं मिलती।

ये भी पढ़ें- ‘बेटा ललटेनवा….गदहा के सिर पर सिंग नहीं जमता’, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी का तेजस्वी यादव पर बड़ा हमला