कुंदन कुमार/पटना। एनडीए (NDA) में सीट बंटवारे को लेकर लगातार हलचल तेज हो गई है। शुक्रवार को दिल्ली में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय के बीच करीब आधे घंटे की अहम बैठक हुई। मुलाकात के बाद चिराग पासवान ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सीट शेयरिंग पर बातचीत अब अपने अंतिम चरण में है। हम सब कुछ पहले से ही स्पष्ट कर लेना चाहते हैं। जब उनसे पूछा गया कि क्या उनकी मांगें सम्मानपूर्वक मानी जा रही हैं, तो चिराग ने मुस्कुराते हुए कहा जहां मेरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, वहां मुझे अपने सम्मान की चिंता करने की जरूरत नहीं है। वहीं नित्यानंद राय ने भी भरोसा जताते हुए कहा कि बहुत जल्द सभी मुद्दे फाइनल हो जाएंगे।बैठक के बाद दोनों नेता बेहद सकारात्मक मूड में नजर आए। राजनीतिक गलियारों में माना जा रहा है कि अब सीट बंटवारे को लेकर जो भी मतभेद थे, वे लगभग सुलझ चुके हैं। बीते तीन दिनों से दिल्ली में लगातार एनडीए नेताओं के बीच कई दौर की बातचीत चल रही थी और अब इस मुलाकात के बाद यह स्पष्ट है कि सीटों का फॉर्मूला लगभग तय हो गया है।

पटना में एनडीए की अहम बैठक

इधर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के आवास पर एनडीए की एक महत्वपूर्ण बैठक शुरू हुई है। इस बैठक में जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, सांसद संजय झा, ललन सिंह, विजय चौधरी, ललन सराफ समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद हैं। बीजेपी की ओर से बिहार चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, विनोद तावड़े और ऋतुराज सिन्हा भी बैठक में शामिल हुए हैं। बताया जा रहा है कि इस बैठक में सीट शेयरिंग को लेकर अंतिम रणनीति पर चर्चा चल रही है। इससे पहले भाजपा नेताओं ने उपेंद्र कुशवाहा से भी मुलाकात की थी। सुबह धर्मेंद्र प्रधान ने पटना में पार्टी के एमएलसी फ्लैट पर राज्य स्तरीय नेताओं से भी अलग बैठक की थी, जिसमें विनोद तावड़े, मंगल पांडे और ऋतुराज सिन्हा समेत कई प्रमुख नेता शामिल रहे। इस मीटिंग में संभावित उम्मीदवारों की सूची पर भी गहन चर्चा हुई।

जदयू 105 सीटों पर लड़ेगी

सूत्रों के अनुसार जदयू आगामी विधानसभा चुनाव में 105 सीटों पर मुकाबला करेगी। पार्टी अपने छह वर्तमान विधायकों का टिकट काटने की तैयारी में है। टिकट कटने की आशंका के कारण दो विधायक पहले ही राजद का रुख कर चुके हैं। पार्टी सूत्र बताते हैं कि फिलहाल जदयू, चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा की सीटों पर स्थिति स्पष्ट होने का इंतजार कर रही है। जदयू ने इस संबंध में बीजेपी को बातचीत की जिम्मेदारी दी है। गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में हुई उच्चस्तरीय बैठक में संभावित प्रत्याशियों की जीत की संभावना का मूल्यांकन किया गया।बताया जा रहा है कि जिन विधायकों के टिकट काटे जा रहे हैं, उनमें से कई पर पार्टी लाइन के खिलाफ काम करने के आरोप हैं। पिछली बार जदयू को 115 सीटें मिली थीं, जिनमें से सात सीटें ‘हम’ (हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा) को दी गई थीं।

सम्राट चौधरी के भाई और कई चुनावी मैदान में

राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के भाई रोहित चौधरी मुंगेर जिले की तारापुर सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। माना जा रहा है कि उन्हें जदयू से टिकट मिलने की संभावना है। वहीं बीजेपी के वरिष्ठ और अल्पसंख्यक चेहरे सैयद शाहनवाज हुसैन किशनगंज की कोचाधामन सीट से मैदान में उतर सकते हैं।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बाहुबली नेता आनंद मोहन के छोटे बेटे अंशुमान मोहन भी चुनावी मैदान में दिखाई दे सकते हैं। वे औरंगाबाद जिले के नबीबाग से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं।