करवा क्यों होता है करवा माता की पूजा में सबसे अहम, जानिए मिट्टी के इस बर्तन का धार्मिक महत्व

करवा चौथ के व्रत में मिट्टी का करवा बेहद जरूरी माना गया है

यह न सिर्फ पूजा का हिस्सा है, बल्कि पति-पत्नी के रिश्ते में स्थिरता और पवित्रता का प्रतीक भी है

यह न सिर्फ पूजा का हिस्सा है, बल्कि पति-पत्नी के रिश्ते में स्थिरता और पवित्रता का प्रतीक भी है

करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर रखा जाता है

इस दिन महिलाएं सोलह शृंगार करके भगवान शिव, मां पार्वती और गणेशजी की पूजा करती हैं

बिना मिट्टी के करवे के पूजा अधूरी मानी जाती है, मान्यता है कि जब चांद के दर्शन के बाद पति अपनी पत्नी को करवे से जल पिलाते हैं

तो यह उनके रिश्ते को पवित्रता और स्थायित्व का आशीर्वाद देता है