Mukul Agrawal Portfolio: निवेश की दुनिया में नाम कमाने वाले मुकुल अग्रवाल ने सितंबर तिमाही में अपने स्टॉक पोर्टफोलियो में बड़े बदलाव किए हैं. वह केवल एंट्री या हिस्सेदारी बढ़ाने तक सीमित नहीं रहे, बल्कि एक कंपनी से पूरी तरह बाहर निकलने का कदम भी उठाया है. लगभग ₹8,000 करोड़ के पोर्टफोलियो के मालिक अग्रवाल की ये चालें बाजार की नब्ज को बखूबी परखने का संकेत देती हैं.
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हिस्सेदारी बढ़ाई: Monolithisch India में भरोसा दिखाया (Mukul Agrawal Portfolio)
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, अग्रवाल ने Monolithisch India Ltd में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है. हाल ही में उन्होंने 1,00,000 अतिरिक्त शेयर खरीदे, जिससे उनकी हिस्सेदारी 2.30% से बढ़कर 6,00,000 शेयर हो गई. Monolithisch India रिफ्रैक्टरी सॉल्यूशंस सेगमेंट में सक्रिय है और मुख्य रूप से मिनरल ग्रुप कंपनियों के संसाधन क्षेत्र से जुड़ी है. यह कदम इस ओर इशारा करता है कि अग्रवाल इस सेक्टर के भविष्य को लेकर आशावादी हैं.
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नई एंट्री: Solarium Green Energy में दांव (Mukul Agrawal Portfolio)
सबसे चौंकाने वाला कदम तब आया जब अग्रवाल ने Solarium Green Energy नामक सोलर एनर्जी कंपनी में नई एंट्री की. इस तिमाही में उन्होंने 6,00,000 शेयर खरीदे, जो कंपनी में 2.88% हिस्सेदारी के बराबर है. मार्च तिमाही के अंत तक उनकी इस कंपनी में कोई हिस्सेदारी नहीं थी.
ध्यान देने वाली बात यह है कि अग्रवाल ने यह निवेश उस समय किया जब इस शेयर का मूल्य 26% गिर चुका था, और बाद में इसमें लगभग 6% की रिकवरी देखी गई. यह बताता है कि अग्रवाल ने गिरावट पर खरीदारी कर रणनीतिक दांव लगाया, जिससे भविष्य में संभावित उछाल का लाभ उठाया जा सके.
Solarium Green Energy एक टर्न-की सोलर सॉल्यूशन कंपनी है, जो डिजाइन, इंजीनियरिंग, निर्माण और संचालन-रखरखाव जैसी सेवाएं प्रदान करती है. इस निवेश से यह साफ दिखता है कि अग्रवाल अक्षय ऊर्जा और ग्रीन सेक्टर की दिशा में भी कदम बढ़ा रहे हैं.
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पूर्ण निकासी: Raghav Productivity से अलगाव
इन निवेशों के बीच सबसे ज्यादा चर्चा उस स्टॉक की है, जिसमें उन्होंने अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच दी है. Raghav Productivity Enhancers Ltd में उनकी 1.04% हिस्सेदारी (लगभग 4,78,000 शेयर) पूरी तरह बिक चुकी है.
यह कंपनी सिलिका रैमिंग मास (Silica Ramming Mass) के उत्पादन में कार्यरत है. इस कंपनी में रेखा झुनझुनवाला की भी हिस्सेदारी है, जो दिवंगत निवेशक राकेश झुनझुनवाला की पत्नी हैं. फिलहाल झुनझुनवाला के पास कंपनी में लगभग 4.80% हिस्सेदारी बनी हुई है. अग्रवाल की यह निकासी दर्शाती है कि उन्होंने इस स्टॉक पर अपना भरोसा खत्म कर लिया है.
निवेश रणनीति का संदेश (Mukul Agrawal Portfolio)
मुकुल अग्रवाल ने इस तिमाही में तीनों प्रकार की चालें चलीं नए निवेश, हिस्सेदारी में बढ़ोतरी और पूर्ण निकासी. यह दर्शाता है कि वह न केवल पारंपरिक सेक्टरों में भरोसा बनाए हुए हैं, बल्कि उभरते और संभावनाओं से भरे सेक्टरों जैसे सोलर एनर्जी में भी सक्रिय रूप से निवेश कर रहे हैं.
बाजार विशेषज्ञों की नजर अब इस पर टिकी है कि अग्रवाल के ये बदलाव आगे आने वाले महीनों में किस दिशा में संकेत देंगे और निवेशकों के लिए किस तरह के अवसर खोल सकते हैं.
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