JP Narayan Jayanti: पूर्ण क्रांति के जनक और भारत रत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण की आज यानी 11 अक्टूबर को 123वीं जयंती है। आज के दिन 1902 में उनका जन्म हुआ था। जवाहर लाल नेहरू के करीबी लेकिन इनकी संपूर्ण क्रांति आंदोलन ने इंदिरा गांधी की सत्ता की कुर्सी हिला कर रख दी थी। लालू-नीतीश सहित दर्जनों नेताओं का जन्म भी जेपी के आंदोलन से ही हुआ।

जेपी नारायण की 123वीं जयंती के अवसर पर देश के उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन आज शनिवार को सारण जिले के रिविलगंज प्रखंड स्थित उनके पैतृक गांव सिताब दियारा पहुंचें। यहां उन्होंने लोकनायक की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और ‘प्रभा‍वती पुस्तकालय’ का भी भ्रमण किया।

पटना के जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर बिहार के राज्यपाल अरिफ मोहम्मद खान ने उपराष्ट्रपति का स्वागत किया. उन्हें हवाईअड्डे पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद वह सड़क के रास्ते सिताब दियारा पहुंचे।

इस मौके पर उपराष्ट्रपति ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर लिखा, ‘भारत रत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की जयंती पर मैं एक सच्चे लोकतंत्र सेनानी कीविरासत को नमन करता हूं, वो एक निडर स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक और दूरदर्शी नेता थे, जिन्होंने अपना पूरा जीवन राष्ट्रसेवा को समर्पित किया। राधाकृष्णन ने आगे कहा, ‘मुझे सौभाग्य मिला कि मैं 19 साल की आयु में जेपी के संपूर्ण क्रांति आंदोलन से जुड़ा और उसमें पूरे जोश के साथ हिस्सा लिया, उनकेविचार और आदर्श आज भी मुझे और असंख्य लोगों को एक न्यायपूर्ण और स्वतंत्र भारत के निर्माण की प्रेरणा देते हैं।’

उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन के आगमन को लेकर सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतज़ाम किए गए थे। उपराष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए सिताब दियारा और आसपास के 5 किलोमीटर इलाके को नो-ड्रोन जोन घोषित किया गया है। इस दौरान ड्रोन, हॉट एयर बलून, पैरामोटर या किसी भी तरह के गैर-परंपरागत उड़ान उपकरण के इस्तेमाल पर पूरी तरह रोक रहेगी।

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