पटना। बिहार में विधानसभा चुनावी सरगर्मी तेज हो चुकी है। जैसे-जैसे मतदान की तारीख करीब आ रही है, प्रशासन मतदाताओं की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तैयारियों को अंतिम रूप दे रहा है। इसी क्रम में राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लिया है कि पहले चरण के मतदान वाले सभी जिलों में सरकारी और निजी स्कूल, कॉलेज व शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। दरअसल अधिकतर मतदान केंद्र स्कूल और कॉलेज परिसरों में बनाए गए हैं। ऐसे में संस्थानों को बंद रखने से मतदान प्रक्रिया में किसी तरह की रुकावट नहीं होगी। साथ ही शिक्षकों और कर्मचारियों को भी लोकतांत्रिक प्रक्रिया में शामिल होने का अवसर मिलेगा। प्रशासन ने सभी जिलों के शिक्षा विभागों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं।

इन 17 जिलों में नहीं खुलेंगे संस्थान

पहले चरण में उत्तर और दक्षिण बिहार के 17 जिलों में मतदान होना है। इनमें पटना, दरभंगा, मधेपुरा, सहरसा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय, मुंगेर, शेखपुरा, नालंदा, बक्सर और भोजपुर शामिल हैं। इन जिलों की 121 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। मतदान का समय सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक तय किया गया है।

नामांकन प्रक्रिया और चुनावी कैलेंडर

पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है। उम्मीदवार 17 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल कर सकते हैं। नामांकन पत्रों की जांच 18 अक्टूबर को होगी, जबकि 20 अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। पहले चरण का मतदान अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में संपन्न होगा। दूसरे चरण की वोटिंग 11 नवंबर को और मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी।

पहले चरण में शामिल प्रमुख सीटें

पहले चरण के मतदान में आलमनगर, बिहारीगंज, सिंहेश्वर, मधेपुरा, सहरसा, कुशेश्वरस्थान, दरभंगा ग्रामीण, बेनीपुर, जाले, मुजफ्फरपुर, कांटी, गोपालगंज, सीवान, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, मुंगेर, नालंदा, पटना साहिब, फतुहा, दानापुर, आरा और बक्सर जैसी महत्वपूर्ण विधानसभा सीटें शामिल हैं।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

चुनाव आयोग ने पहले चरण के मतदान को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की है। पूरे राज्य में करीब 8.5 लाख अधिकारी और कर्मचारी तैनात किए जाएंगे, जिनमें 4.5 लाख मतदान कर्मी, 2.5 लाख पुलिसकर्मी, 28 हजार मतगणना कर्मचारी और 18 हजार माइक्रो ऑब्जर्वर शामिल रहेंगे। हर मतदान केंद्र पर सुरक्षा बलों की मौजूदगी सुनिश्चित की जाएगी ताकि मतदान शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से पूरा हो सके।