पटना। बिहार में महागठबंधन के भीतर सीट शेयरिंग को लेकर तनातनी बढ़ती जा रही है। आरजेडी और कांग्रेस के बीच जारी बातचीत अब भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है। कांग्रेस ने साफ चेतावनी दी है कि अगर उनकी 60 सीटों की मांग पर जल्द फैसला नहीं हुआ तो पार्टी 13 अक्टूबर को 76 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर देगी। शनिवार रात पटना में हुई महागठबंधन नेताओं की बैठक बिना सहमति के समाप्त हो गई। बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेताओं ने नाराज होकर बैठक बीच में ही छोड़ दी।

IRCTC घोटाला मामले में कोर्ट में पेशी

इधर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी की सोमवार को IRCTC घोटाला मामले में कोर्ट में पेशी होनी है। इसके लिए तीनों रविवार को दिल्ली रवाना होंगे। सूत्रों के मुताबिक, तेजस्वी 12 अक्टूबर को राहुल गांधी से भी मुलाकात कर सकते हैं। इस बीच, भाकपा (माले) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के समर्थन में बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सहनी को भी गठबंधन में सम्मानजनक सीटें मिलनी चाहिए। माले ने आरजेडी के 19 सीटों के प्रस्ताव को ठुकराते हुए 25 सीटों की मांग की है। पिछली बार माले ने 19 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें से 12 पर जीत हासिल की थी।

फेसबुक अकाउंट पर एक तस्वीर साझा की

वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने शनिवार को अपने फेसबुक अकाउंट पर एक तस्वीर साझा की, जिसमें महागठबंधन का जिक्र नहीं था। इससे पहले उनके पोस्ट में गठबंधन का उल्लेख था, जिससे राजनीतिक हलचल तेज हो गई। हालांकि कुछ घंटे बाद सहनी ने नया बयान जारी कर कहा कि महागठबंधन अटूट है, हम इसके साथ हैं।

मैं तेरे पास तू मेरे पास है

उधर, तेजस्वी यादव ने शनिवार शाम इंडियन इंक्लूसिव पार्टी के प्रमुख आईपी गुप्ता से मुलाकात की। मुलाकात का वीडियो शेयर करते हुए आईपी गुप्ता ने सोशल मीडिया पर लिखा पहली मुलाकात है मिला मजबूत साथ है… मैं तेरे पास हूं, तू मेरे पास है।

पप्पू यादव ने भी सोशल मीडिया पर लिखी ये बात

वहीं, निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने सीट बंटवारे में हो रही देरी पर आरजेडी को घेरा। उन्होंने कहा पहले आरजेडी ‘मास पार्टी’ थी, अब टेक्निकल पार्टी बन गई है। कांग्रेस के सम्मान को राहुल गांधी के रहते कोई छीन नहीं सकता। इसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है।महागठबंधन में अब सभी दलों के बीच सीटों को लेकर खींचतान अपने चरम पर है। आने वाले कुछ दिनों में फैसला न हुआ तो गठबंधन की एकता पर सवाल उठ सकते हैं।