लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी कल यानी मंगलवार को दिवंगत IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार के परिवार से मुलाकात करने चंडीगढ़ आ रहे हैं। उनके इस दौरे से चंडीगढ़ ता सियासी तापमान चढ़ गया है। कांग्रेस ने सोशल मीडिया के जरिए जानकारी दी है कि राहुल गांधी मंगलवार की शाम चंडीगढ़ पहुंचेंगे और कुमार के परिजनों को सांत्वना देंगे। इस जानकारी के बाद हरियाणा सरकार में खलबली मच गई है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपना दिल्ली दौरा रद्द कर दिया है।

सोमवार की शाम ही मुख्यमंत्री सैनी दिल्ली के लिए रवाना हुए थे लेकिन सोनीपत में पीएम मोदी के रैली स्थल का जायजा लेने के बाद वह वापस चंडीगढ़ लौट आए हैं। कांग्रेस की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक राहुल गांधी मंगलवार शाम 5.15 बजे चंडीगढ़ के सेक्टर-24 स्थित IAS अधिकारी अमनीत पी कुमार के सरकारी आवास पर जाकर उनसे मुलाकात करेंगे और एडीजीपी वाई पूरन कुमार को श्रद्धांजलि देंगे।

बीजेपी, संघ और मनुवाद को लेकर किया था राहुल ने हमला

इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस घटना पर गहरी पीड़ा व्यक्त की थी। उन्होंने एक्स पर पोस्ट में लिखा था कि हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार जी की आत्महत्या उस गहराते सामाजिक जहर का प्रतीक है, जो जाति के नाम पर मानवता को कुचल रहा है। राहुल गांधी ने हरियाणा के आईपीएस ऑफिसर पूरन कुमार की आत्महत्या मामले में भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस पर हमला बोलते हुए कहा था कि उनकी नफरती सोच ने समाज में जहर भर दिया है, जिसके कारण दलित, मुस्लिम और आदिवासी न्याय की उम्मीद खोते जा रहे हैं।

उन्होंने लिखा कि जब एक आईपीएस अधिकारी को उसकी जाति के कारण अपमान और अत्याचार सहने पड़े, तो सोचिए, आम दलित नागरिक किन हालात में जी रहा होगा। रायबरेली में हरिओम वाल्मीकि की हत्या, सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का अपमान और अब पूरन जी की मृत्यु, ये घटनाएं बताती हैं कि वंचित वर्ग के खिलाफ अन्याय चरम पर है।

हरियाणा कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल मिला परिवार से

राहुल के दौरे से पहले सोमवार को कांग्रेस सांसद दीपेन्द्र हुड्डा के साथ कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने दिवंगत IPS अधिकारी पूरन कुमार के घर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद हुड्डा ने कहा कि 4-5 दिन में न्याय का चक्र जिस गति से घूमना चाहिए, नहीं घूम रहा। अभी तक की कार्रवाई से परिवार संतुष्ट नहीं है। परिवार की संतुष्टि में ही देशवासियों और समाज की संतुष्टि है। उन्होंने कहा कि दलित समाज समेत पूरे देश आज देश-प्रदेश की सरकार की तरफ टकटकी लगाए देख रहा है कि न्याय हो और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए। सरकार सुनिश्चित करे कि परिवार को न्याय मिले, देरी न हो; न्याय होता हुआ दिखे और कोई भी जांच प्रभावित न कर पाए। जब तक परिवार को न्याय नहीं मिलेगा, हम जिम्मेदार विपक्ष की तरह हर स्तर पर लड़ाई लड़ेंगे।

उन्होंने कहा कि पूरन कुमार ADGP रैंक के वरिष्ठ और होनहार अधिकारी थे। किसान आंदोलन के दौरान सरकार ने उन्हें किसानों के साथ सख्ती बरतने, यहां तक की गोली चलाने का आदेश दिया था लेकिन उन्होंने सरकारी आदेश को मानने से इनकार कर दिया था। ऐसे आदमी को जब आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ा हो तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि क्या चल रहा होगा। पुलिस परिवार के वरिष्ठतम अधिकारियों, कानून-व्यवस्था के मुख्य-संरक्षकों पर उत्पीड़न, जातिगत भेदभाव और प्रताड़ना के आरोप पूरे सिस्टम पर गंभीर सवाल खड़े करता है।

सोनिया गांधी ने पत्र लिख बंधाया था IAS पत्नी को ढांढ़स

इससे पहले कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कुमार की पत्नी अमनीत कुमार को पत्र लिखकर शोक व्यक्त किया था। सोनिया गांधी ने 10 अक्टूबर को पूरन कुमार की पत्नी अमनीत पी. कुमार को भेजे एक पत्र में कहा कि उनके पति के निधन की खबर स्तब्ध करने वाली और मन को व्यथित करने वाली है। उन्होंने कहा था कि आज भी हुक्मरानों का पूर्वाग्रह से ग्रस्त पक्षपातपूर्ण रवैया बड़े से बड़े अधिकारी को भी सामाजिक न्याय की कसौटी से वंचित रखता है। न्याय की इस लड़ाई में वह और करोड़ों देशवासी अमनीत पी. कुमार के साथ खड़े हैं। गांधी ने यह भी कामना की कि ईश्वर इस कठिन परिस्थिति में अमनीत पी. कुमार को धैर्य, साहस और संबल प्रदान करें।

रोहतक SP पर गिरी गाज

गौरतलब है कि, हरियाणा सरकार ने आईपीएस वाई पूरन कुमार सुसाइड मामले में बड़ा ऐक्शन लिया है। राज्य सरकार ने शनिवार को रोहतक के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारनिया का तबादला कर दिया गया है। सरकार ने नरेंद्र बिजारणिया की जगह सुरिंदर सिंह भोरिया को एसपी रोहतक नियुक्त किया है। वहीं अभी तक नरेंद्र बिजारणिया को पोस्टिंग नहीं दी गई है। यानि बात साफ़ है कि, यह ताबादला आनन फानन में सजा के तौर पर किया गया है। बता दें कि आईपीएश पूरण कुमार के सुसाइड नोट में बिजाराणिया का नाम भी था।

क्या है पूरा मामला ?

बता दें कि, 2001 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी वाई पूरन कुमार (52) ने मंगलवार को सेक्टर 11 स्थित अपने आवास पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। खुदकुशी से पहले उन्होंने एक नोट छोड़ा था। इस नोट में बिजारनिया सहित आठ वरिष्ठ पुलिसकर्मियों पर “जाति-आधारित भेदभाव, मानसिक उत्पीड़न, सार्वजनिक अपमान और अत्याचार” का आरोप लगाया गया था।

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