कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में 15 अक्टूबर को आंदोलन कॉल रोकने की कोशिश की गई है। अधिवक्ता अनिल मिश्रा के रामायण कार्यक्रम पर रोक लगाने के लिए पुलिस प्रशासन पर मंदिर में ताला डालने का आरोप लगा है। 

दरअसल, अधिवक्ता अनिल मिश्रा कुछ वकीलों के साथ सड़क पर रामायण पाठ कार्यक्रम करने की तैयारी में थे। आरोप है कि पुलिस अधिकारी अनिल मिश्रा के घर पर पहुंचे और मंदिर में ताला लगा दिया। इस दौरान दोनो के बीच जमकर बहस भी हुई। 

अनिल मिश्रा ने कहा, सनातियों के विरुद्ध निरंतर की जा रही एकतरफ़ा कार्यवाही इस देश में उनके समानता के अधिकार का घोर उल्लंघन है। यह अत्यंत चौंकाने वाला एवं दुखद है कि आज मेरे घर के समीप स्थित मंदिर में आयोजित रामायण पाठ को, जो कि पूर्व से विधिवत निर्धारित था, पुलिस अधिकारियों द्वारा बलपूर्वक रुकवा दिया गया। यह कृत्य न केवल धार्मिक स्वतंत्रता पर प्रहार है, बल्कि यह दर्शाता है कि सनातन धर्म के अनुयायियों के प्रति पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है।’

उन्होंने आगे बताया कि इसके अतिरिक्त, मेरे विरुद्ध लगातार भ्रामक एवं झूठी जानकारियाँ प्रसारित की जा रही हैं। परंतु मैं आज भी अपने सत्य एवं धर्मसंगत वक्तव्य पर दृढ़ता से अडिग हूं। मैं स्पष्ट कहना चाहता हूँ कि चाहे जितनी भी FIR दर्ज हों, हर एक FIR हमारे लिए न्यायालय में सत्य को सिद्ध करने का एक नया अवसर लेकर आएगी। सत्य की विजय अवश्य होगी।’

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