पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद. सांसद खेल महोत्सव के तहत आज देवभोग हाई स्कूल मैदान में सैकड़ों स्कूली छात्र और युवा खिलाड़ी जुटे , लेकिन आयोजन में बजट के अभाव में कई अव्यवस्थाएं नजर आई. मालवाहकों में खिलाड़ियों को भर-भर कर लाया गया ताकि परिवहन का खर्च कम लगे. छात्रों और खिलाड़ियों के लिए पैक्ड पेय जल की व्यवस्था नहीं थी, लिहाजा स्कूल कैम्पस में मौजूद हैंडपंप से छात्र खुद से पानी की व्यवस्था की, जबकि यह पानी पीने योग्य नहीं था. खिलाड़ी खेल कर मैदान से हटने के बावजूद पानी पीने के लिए खुद को व्यस्था करते दिखे.




ग्लूकोज, ऑरेंज कैंडी जैसे आवश्यक सामग्री नजर नहीं आया. भोजन के लिए पहले सरकारी चावल से काम चलाने की कोशिश हुई फिर बाद में कुछ शिक्षकों की मांग पर प्रीमियम चांवल लाया गया. सरकारी रसोईयों के भरोसे काम चलाने की कोशिश में भोजन तैयार होने में विलम्ब हो रहा था, बाद रसोइया का इंतजाम किया गया. भोजन 2 बजे के बाद कराया गया. भोजन सामग्री में भी बजट की कमी स्पष्ट नजर आ रहा था. हैरानी की बात है कि ग्राउंड तैयार करने चुना की कमी भी आयोजन में झलका.
खिलाड़ियों में दिखा उत्साह, 1100 खिलाड़ियों ने भाग लिया


17 संकुल केंद्र, शासकीय महाविद्यालय और नगरीय निकाय क्षेत्र मिलाकर कुल 19 सेक्टरों से 1100 छात्रों ने भाग लिया. मैदान खिलाड़ियों से खचाखच भरा था.
एसडीएम आर एस सोरी, सीईओ बगतीश भगत, मुख्य नगरपालिका अधिकारी दुष्यंत साहू, बीईओ विनय पटेल की मौजूदगी में खेल प्रारंभ हुआ. तीन केटेगिरी में उम्र विभाजन कर 8 एकल विधा और 3 सामुहिक खेल को खेला गया. भाग लेने पहुंचे सभी प्रतिभागी अंतर संकुल स्तर से चयन हो कर आए थे. दो दिवसीय आयोजन के पहले दिन 50 फीसदी खेल सम्पन्न हो सका. खेल सम्पन्न कराने 35 महिला पुरुष शिक्षकों को जवाबदारी दी गई है. खिलाड़ी खेल प्रतियोगिता के भरपूर मजा लिए. बीईओ पटेल ने बताया कि ब्लॉक स्तर पर 16 अक्टूबर तक खेल होगा. यहां से चयनित खिलाड़ी विधान सभा स्तर पर 11 से 13 नवंबर तक खेलेंगे.
बजट का प्रावधान नहीं

सांसद खेल महोत्सव का उद्देश्य स्कूली प्रतिभाओं को मंच देने और राष्ट्र की खेल संस्कृति को सुदृढ़ करने की दिशा में अहम पहल बताया गया. नाम और उद्देश्य सुन के लगेगा कि इस खेल के लिए बेहतर बजट का प्रावधान किया गया होगा, लेकिन ऐसा नहीं था. आयोजन के फ्लेक्स में पीएम और सांसद के बड़े बड़े फोटो भी लगाए गए थे.लेकिन इस आयोजन को कराने किसी भी प्रकार का फंड नहीं दिया गया.आयोजन जिले भर में हो रहा है. कलेक्टर से एक मार्गदर्शिका जारी किया गया है, जिसमें आयोजन के लिए अलग अलग विभाग को अलग कार्य की जिम्मेदारी दी गई है. खेल के लिए नोडल अफसर जनपद पंचायत को बनाया गया,एसडीएम की मॉनिटरिंग के नगर निकाय ,खंड शिक्षा अधिकारी,खंड स्रोत समन्वयक को अहम जवाबदारी दी गई.
देवभोग जनपद के सीईओ बी भगत ने बताया कि उच्च अधिकारियों से मिले निर्देश के आधार ब्लॉक स्तर पर अन्य विभागों से समन्वय स्थापित कर आयोजना कराया जा रहा है. अभी तो कोई बजट नहीं आया है, महोत्सव के लिए हो सकता है कि बाद में आ जाए.
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