रायपुर। भारत के लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर देशभर में ‘सरदार @150 यूनिटी मार्च’ का आयोजन किया जा रहा है. इस यात्रा की शुरुआत 6 अक्टूबर से हो चुकी है और यह 25 नवंबर तक चलेगी. यात्रा का समापन गुजरात के केवड़िया में होगा, जहां सरदार पटेल की विशाल स्टैच्यू ऑफ यूनिटी स्थित है.


छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम अरुण साव ने बताया कि इस यात्रा में देशभर के बड़े नेता और युवा शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ने स्वतंत्रता के बाद भारतीय रियासतों को देश में एकीकृत किया और ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार किया. उनका जीवन पूरी तरह देश सेवा में समर्पित रहा.
यात्रा के दौरान विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे. इसके तहत स्कूलों और कॉलेजों में छात्र-छात्राओं के लिए निबंध प्रतियोगिताएं, खेलकूद गतिविधियां और स्वास्थ्य जागरूकता अभियान होंगे. प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र से यात्रा निकलेगी, जिसकी देखरेख संबंधित सांसद करेंगे. युवा, पूर्व सैनिक और स्थानीय समुदाय के लोग भी इसमें शामिल होंगे.
अरुण साव ने बताया कि नागपुर से युवा 150 किलोमीटर की यात्रा के दौरान केवड़िया तक पहुंचेंगे. इस यात्रा में सरकार और राजनीतिक संगठन भी सहयोग कर रहे हैं. उन्होंने युवा वर्ग से इस राष्ट्रीय अभियान से जुड़ने की अपील की.
डिप्टी सीएम ने सरदार पटेल के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान को भी याद किया. उन्होंने किसानों के आंदोलनों और सत्याग्रह में उनकी भूमिका का उल्लेख किया और बताया कि सरदार पटेल ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ संघर्ष में अहम भूमिका निभाई.

केवड़िया क्यों खास है?
गुजरात के नर्मदा नदी के किनारे स्थित केवड़िया में भारत के पहले उपप्रधानमंत्री और गृह मंत्री वल्लभभाई पटेल को समर्पित विशाल स्टैच्यू ऑफ यूनिटी स्थित है. यह प्रतिमा 182 मीटर (597 फीट) ऊंची है और विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा मानी जाती है. मार्च के समापन के साथ ही यह यात्रा राष्ट्रीय एकता और सरदार पटेल के आदर्शों को यादगार बनाएगी.