आशुतोष तिवारी, जगदलपुर. बस्तर जिले से सरकारी राशन व्यवस्था पर सवाल उठाने वाली एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां गरीबों के लिए भेजा गया सरकारी चावल फफूंद लगने के बावजूद पीडीएस दुकानों तक पहुंच गया।

दरअसल जिले की करीब 10 पीडीएस दुकानों में फफूंद लगा चावल वितरण के लिए भेज दिया गया था। जब दुकानदारों ने इसकी शिकायत की तब जाकर विभाग हरकत में आया। मामले की जानकारी मिलने पर खाद्य विभाग ने नागरिक आपूर्ति निगम को सूचित किया, जिसके बाद खराब चावल दुकानों से वापस उठवा लिया गया।

नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों ने माना है कि चावल में फफूंद लगी थी और गोदामों में रखरखाव की कमी इसकी वजह बनी। हालांकि इसे मामूली फफूंद कहकर मामला रफा-दफा करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन सवाल ये है कि जब गरीबों के लिए अनाज भेजा जाता है तो क्या उसकी जांच सिर्फ कागजों में होती है। लगभग 500 क्विंटल फफूंद लगा चावल आखिर कैसे 10 दुकानों तक पहुंच गया, यह सिस्टम की निगरानी और जिम्मेदारी दोनों पर सवाल खड़े करता है। फिलहाल खाद्य आपूर्ति निगम जांच की बात कह रही है, लेकिन यह घटना पीडीएस व्यवस्था की सच्चाई को सामने रखती है।