मुजफ्फरपुर। जिले में शुक्रवार की सुबह एक दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया। सदर थाना क्षेत्र के सुस्ता पंचायत के वार्ड संख्या 3 में खाना बनाते समय रसोई गैस सिलेंडर में अचानक धमाका हो गया। विस्फोट इतना तेज था कि आग ने देखते ही देखते आसपास के करीब आधा दर्जन घरों को अपनी चपेट में ले लिया।

सुबह-सुबह मचा हड़कंप

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक सुबह लगभग 7 बजे जब घर में नाश्ता बनाने का काम चल रहा था तभी सिलेंडर में लीकेज हुआ और अचानक तेज धमाका हुआ। इसके बाद आग की लपटें इतनी ऊंची उठीं कि आस-पास के लोग घरों से बाहर भागने लगे। कुछ ही मिनटों में पूरा मोहल्ला धुएं और चीख-पुकार से भर गया।

आठ लोग झुलसे, दो बच्चों की हालत गंभीर

इस हादसे में आठ लोग बुरी तरह झुलस गए जिनमें दो छोटे बच्चे भी शामिल हैं। सभी को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने बताया कि दो मासूमों की हालत नाजुक बनी हुई है जबकि बाकी घायलों का इलाज जारी है। जिला प्रशासन की ओर से घायलों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने की बात कही गई है।

आग ने कई घरों को किया राख

धमाके के बाद लगी भीषण आग ने आसपास के घरों को भी अपनी जद में ले लिया। लकड़ी और टिन के बने घर कुछ ही देर में जलकर राख हो गए। ग्रामीणों ने खुद आग बुझाने की कोशिश की लेकिन आग इतनी तेजी से फैली कि किसी के बस में नहीं रहा। अग्निशमन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और लगभग दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पाया।

विधायक पहुंचे मौके पर, दिलाया मदद का भरोसा

हादसे की जानकारी मिलते ही बोचहा विधायक अग्नि घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने झुलसे हुए लोगों और प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और हर संभव मदद का आश्वासन दिया। विधायक ने स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिया कि पीड़ितों को तत्काल राहत सामग्री अस्थायी आवास और आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए।

प्रशासन ने शुरू किया राहत कार्य

घटना के बाद प्रशासन ने पूरे इलाके में राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर इलाके को सुरक्षित कर लिया है और जांच शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक जांच में सिलेंडर से गैस लीकेज को विस्फोट का कारण माना जा रहा है। यह हादसा एक बार फिर रसोई गैस के उपयोग में सावधानी बरतने की सीख दे गया है। स्थानीय लोग प्रशासन से प्रभावित परिवारों को मुआवजा और स्थायी पुनर्वास की मांग कर रहे हैं।