दिवाली महापर्व की शुरुआत धनतेरस (Dhanteras) से होती है, और इस साल यह शुभ तिथि 18 अक्टूबर को मनाई जाएगी. इस बार धनतेरस शनिवार के दिन पड़ रहा है. शनिवार का दिन न्याय और कर्म के देवता शनि देव को समर्पित होता है, यही कारण है कि धनतेरस (Dhanteras) पर शनि का साया देखने को मिलने वाला है. शनिवार के दिन खरीदारी करते समय कुछ खास बातों का विशेष ध्यान देना होगा, नहीं तो आपको शनि की महादशा का सामना करना पड़ सकता है.

धनतेरस पर पांच देवताओं की पूजा
बता दें कि कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस (Dhanteras) के नाम से जाना जाता है. इस मौके पर मुख्य रूप से 5 देवताओं की पूजा-अर्चना की जाती है. इन देवताओं में गणेश जी, मां लक्ष्मी, ब्रह्मा, विष्णु और महेश प्रमुख हैं. लेकिन इस बार धनतेरस शनिवार के दिन होने के कारण शनि देव की पूजा भी अहम हो जाती है.
धनतेरस पर शनि का साया
इस साल धनतेरस (Dhanteras) शनिवार के दिन होने के कारण भूलकर भी कुछ खास वस्तुओं को खरीदने से बचना चाहिए. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस बार धनतेरस के मौके पर भूलकर भी लोहे से जुड़ी वस्तुओं को नहीं खरीदें. क्योंकि लोहे का संबंध शनि देव से होता है, इसलिए इस दिन घर में लोहे की वस्तुएं नहीं लानी चाहिए. इसके अलावा काले रंग की वस्तुएं और सरसों का तेल खरीदना भी अशुभ माना जाता है.
बर्तनों की खरीदारी पर बरतें सावधानी
धनतेरस (Dhanteras) के शुभ अवसर पर ज्यादातर लोग स्टील के बर्तनों को खरीदते हैं, लेकिन यहां एक ध्यान देने वाली बात ये भी है कि, मार्केट में मिलने वाले स्टील के बर्तन लोहे युक्त होते हैं. ऐसे में बहुत से लोग बर्तनों की खरीदारी को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं. धनतेरस के मौके पर बर्तनों की खरीदारी करना शुभ माना जाता है. इसलिए बर्तन खरीदने के बाद उसे लाने की जगह उसमें जल, धनिया या मिठाई जरूर लाएं. इसके अलावा चमड़े से बनी वस्तुओं को घर पर नहीं लाएं.
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