रायपुर। राजभवन में शिक्षक दिवस के अवसर पर गुरुओं को सम्मानित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की आंखे उस वक्त भर आई जब उन्होंने अपने छात्र जीवन को याद किया. मुख्यमंत्री ने शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि ढ़ाई लाख शिक्षकों में 45 शिक्षकों का राज्य सम्मान के लिए चयनित होना ही सम्मानित शिक्षकों की विशिष्टता है.
56 हजार स्कूल सीएम डैश बोर्ड से जुड़ेंगे. मुझे दुःख है कि शिक्षकों के वेतन भुगतान में देरी होती है, हम जल्द ही इस समस्या को दूर कर लेंगे. हम स्कूलों को ऑनलाईन प्रक्रिया से जोड़ रहे हैं, शिक्षकों को टैब और स्मार्टफोन आबंटित किया जाएगा.
सीएम ने अपने छात्र जीवन की याद ताजा करते हुए कहा कि मैंने अपने शिक्षक से पान खाना सीखा है. मेरे शिक्षक पान खाते थे और मुझे पान की खुशबू अच्छी लगती है. तीन शिक्षकों ने मेरे जीवन में परिवर्तन लाया है. उन शिक्षकों की कृपा है कि आज मैं इस ऊंचाई पर हूं.
मुझे बचपन में एक शिक्षक रम्मू कहता था और मुझे डांट-डांट कर पढ़ाते थे. उन्हें आज 60 साल भी याद कर खुश हो जाता और आंखे भी भर आती है. मैं प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं में तेजी से परिवर्तन देख रहा हूँ.
उधर स्कूल शिक्षा मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि सरकार शिक्षा व्यवस्था को मजबूर कर रही है. प्रदेश के हर गांव में प्राथमिक शाला खोली गई है. दंतेवाड़ा में यूपीएससी की तैयारी कराई जा रही है. 97 प्रतिशत लड़कियां अब स्कूल जा रही हैं. पहली बार विद्यालयों को पुरस्कार दिया गया, ये नई और अच्छी शुरुआत है.