Dhanteras 2025 Dhanvantari Puja: धनतेरस के पावन अवसर पर आज देशभर में भगवान धन्वंतरि की पूजा-अर्चना पूरे विधि-विधान से की जा रही है. भगवान धन्वंतरि को आयुर्वेद का जनक कहा गया है, जिन्होंने समुद्र मंथन से अमृत कलश और औषधियों का ज्ञान लेकर मानवता को रोगमुक्त जीवन का वरदान दिया.
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मान्यता है कि धनतेरस की संध्या बेला में धन्वंतरि की मूर्ति या चित्र के समक्ष तुलसी दल, गाय का घी, हल्दी और त्रिफला जैसी प्राकृतिक औषधियों का पूजन करने से शरीर में रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है और जीवन में स्वास्थ्य, दीर्घायु व संपन्नता का वास होता है.
Dhanteras 2025 Dhanvantari Puja. देशभर के धन्वंतरि धामों में आज विशेष पूजा-अर्चना और आरोग्य यज्ञ का आयोजन किया गया है, जहां भक्तों को आयुर्वेदिक औषधियों का प्रसाद दिया जाएगा. पुजारियों के अनुसार, धनतेरस की रात यदि कोई व्यक्ति तुलसी मिश्रित जल में अश्वगंधा या त्रिफला की एक खुराक धन्वंतरि स्मरण के साथ ग्रहण करे तो उसे आरोग्य और ऊर्जा का वरदान प्राप्त होता है.
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