पटना। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) ने अपनी तैयारियों को और धार देते हुए अपनी चौथी उम्मीदवार सूची जारी कर दी है। इस नई सूची में 12 विधानसभा क्षेत्रों से प्रत्याशियों के नाम घोषित किए गए हैं। AAP इससे पहले तीन सूचियां पहले ही जारी कर चुकी है और अब तक कुल 99 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर चुकी है।गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी ने इस बार बिहार में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। गठबंधन की बजाय पार्टी स्वतंत्र रूप से मैदान में उतर कर अपनी उपस्थिति को मजबूत करने की रणनीति अपना रही है।

ये हैं AAP की चौथी सूची के उम्मीदवार

आम आदमी पार्टी की चौथी सूची में जिन प्रत्याशियों के नाम शामिल किए गए हैं, उनमें पूर्वी और मध्य बिहार के कई महत्वपूर्ण विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। मधुबन सीट से पार्टी ने कुमार कुनाल को टिकट दिया है। सीतामढ़ी से रानी देवी को मैदान में उतारा गया है, जो क्षेत्र में सामाजिक कार्यों के लिए जानी जाती हैं। खजौली से आशा सिंह और फुलपरास से गोरीशंकर को उम्मीदवार बनाया गया है। सूपौल सीट से पार्टी ने बृज भूषण (नवीन) को अपना प्रत्याशी घोषित किया है।अमौर से मोहम्मद मुंताजिर आलम जो लंबे समय से पार्टी से जुड़े हुए हैं, को मैदान में उतारा गया है। पिरपैंती विधानसभा क्षेत्र से प्रीतम कुमार को मौका दिया गया है। कुटुम्बा से शरावन घुइया, गुरुआ से सचितानंद श्याम, गया टाउन से अनिल कुमार, सिकंदरा से राहुल राणा और जमुई से रमाशिष यादव को भी टिकट दिया गया है।

अकेले दम पर चुनावी रण में AAP

आम आदमी पार्टी की रणनीति इस बार साफ है गठबंधन के बजाय स्वतंत्र लड़ाई। पार्टी नेतृत्व का मानना है कि वह दिल्ली और पंजाब की तर्ज पर बिहार में भी अपनी अलग राजनीतिक पहचान बना सकती है। इसीलिए पार्टी ने समय से पहले अपने उम्मीदवारों की सूची जारी करना शुरू कर दिया है ताकि कार्यकर्ताओं को तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिल सके।अब तक पार्टी ने चार सूचियां जारी कर 99 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, जिसमें पहली सूची में 11, दूसरी में 48 और तीसरी सूची में 28 नाम शामिल थे।

बिहार में मजबूत उपस्थिति बनाने की कोशिश

AAP का फोकस इस बार ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में अपनी पकड़ मजबूत करने पर है। पार्टी जिन उम्मीदवारों को टिकट दे रही है, वे स्थानीय स्तर पर सक्रिय, शिक्षित और सामाजिक कार्यों में भागीदारी रखने वाले लोग हैं। इससे साफ है कि पार्टी जमीनी स्तर पर मजबूत संगठन और विश्वास के साथ उतरना चाहती है।