यमुना सिटी के सेक्टर-28 स्थित मेडिकल डिवाइस पार्क में अब एक अत्याधुनिक बायो मैटीरियल टेस्टिंग सेंटर (जैव पदार्थ परीक्षण केंद्र) स्थापित किया जाएगा। इस केंद्र का मुख्य उद्देश्य मेडिकल उपकरणों में इस्तेमाल होने वाले पदार्थों की सुरक्षा, गुणवत्ता और जैव-संगतता (biocompatibility) की जांच करना होगा। अधिकारियों के अनुसार, इस परियोजना पर लगभग 6.52 करोड़ रुपये की लागत आएगी। केंद्र की स्थापना से मेडिकल डिवाइस निर्माण क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप परीक्षण सुविधा उपलब्ध होगी, जिससे उपकरणों की विश्वसनीयता और निर्यात योग्यता में भी बढ़ोतरी होगी।

यमुना प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि इस सेंटर में मेडिकल डिवाइस निर्माण में उपयोग होने वाले पदार्थों की रासायनिक, भौतिक और जैविक जांच की जाएगी। जांच के जरिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी पदार्थ मानव शरीर के संपर्क में आने पर सुरक्षित है या नहीं, साथ ही उपकरणों की मजबूती और टिकाऊपन का भी परीक्षण किया जाएगा।

यह सेंटर कॉमन इंफ्रास्ट्रक्चर फैसिलिटी (CIF) सीएसएफ-6 के अंतर्गत विकसित किया जा रहा है। इसके लिए टेंडर जारी किया जा चुका है, और इच्छुक कंपनियां 30 अक्टूबर तक आवेदन कर सकती हैं। 31 अक्टूबर को ई-निविदाओं की प्री-क्वालिफिकेशन बिड खोली जाएगी।

यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में अब सड़क निर्माण परियोजनाओं को गति दी जा रही है। प्राधिकरण ने 60 मीटर चौड़ी सड़क के निर्माण के लिए 7.34 करोड़ रुपये के टेंडर जारी किए हैं। यह सड़क नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक जाने वाले प्रमुख मार्गों में से एक है, जो वर्तमान में तीन स्थानों पर अवरुद्ध है। अधिकारियों के अनुसार, इस सड़क को मार्च 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

इसके अलावा, सेक्टर-22डी में 450 मीटर लंबी सड़क की रिसर्फेसिंग का कार्य 1.67 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। साथ ही सेक्टर-17 में 30 मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण कार्य पूरा किया जाएगा। वहीं, सेक्टर-21 में 130 मीटर लंबी रोड के किनारे सर्विस रोड बनाने की भी योजना है।

मेडिकल डिवाइस में निवेश को आगे आए

यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में विकसित किए जा रहे मेडिकल डिवाइस पार्क को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी सफलता मिलती दिख रही है। जापान की कई कंपनियों ने इस पार्क में निवेश करने और अनुसंधान केंद्र स्थापित करने की इच्छा जताई है। ये कंपनियां न केवल निर्माण इकाइयां स्थापित करेंगी, बल्कि अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरण तकनीक भारत में स्थानांतरित करने की दिशा में भी कदम बढ़ाएंगी।

शनिवार को यमुना प्राधिकरण कार्यालय में चिकित्सा उत्कृष्टता जापान (Medical Excellence Japan – MEJ) के प्रतिनिधिमंडल ने प्राधिकरण अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच संभावित निवेश, तकनीकी सहयोग और बुनियादी ढांचे के विकास पर विस्तृत चर्चा हुई।

गांवों में ई-लाइब्रेरी बनेगी

यमुना प्राधिकरण अब औद्योगिक और बुनियादी विकास के साथ-साथ ग्राम्य विकास पर भी विशेष ध्यान दे रहा है। इसी कड़ी में प्राधिकरण ने वर्क सर्किल-6 के तहत आने वाले गांवों की सूरत बदलने की योजना तैयार की है। प्राधिकरण की योजना के अनुसार रामपुर बांगर, चौकी ख्वाजपुर, जुनैदपुर की मैढिया, दूदहेरा, सिसरा माचीपुर, भिकनपुर और म्याना गांवों में ई-लाइब्रेरी का निर्माण किया जाएगा। प्रत्येक ई-लाइब्रेरी पर 28 से 32 लाख रुपये तक की लागत आएगी।

इन ई-लाइब्रेरियों में स्थानीय युवाओं और विद्यार्थियों के लिए इंटरनेट सुविधा, डिजिटल अध्ययन सामग्री, कंप्यूटर सिस्टम और स्मार्ट रीडिंग रूम जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में शैक्षणिक और तकनीकी संसाधनों की पहुंच बढ़ाना है।

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m

देश-विदेश की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक

लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें

खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक