पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद। राज्यपाल अनुसूईया उइके किडनी बीमारी की वजह और हालातों की जानकारी लेने मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के साथ सुपेबेड़ा पहुंची. जहां उन्होंने किडनी पीड़ितों और ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुना. इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि सरकार चिंतित है यहां की पीड़ा से, मैं भी जानने आई हूं. 10 साल से चली आ रही परेशानी अब तक ठीक क्यों नहीं हुई? क्या कारण है कि बीमारी का अंत नहीं हो रहा है?
उन्होंने आगे कहा, यहां के पानी में हैवी मैटल है, हीरे के खदान को लेकर ब्लास्टिंग हुई थी. जिसके कारण पानी दूषित हुआ, और भी कारण है जिसका पता लगाना जरूरी है. दिल्ली के एक्सपर्ट को बुलाएं मंत्री जी को बोली हूं. मुझे खुशी हुई है कि तेल नदी के सेनमूड़ा घाट पर पुल के लिए 10 करोड़ की मंजूरी दी. दो साल के अंदर पूरा हो जाएगा.
राज्यपाल ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की तारीफ करते हुई बोलीं, स्वास्थ्य मंत्री संवेदनशील हैं, यहां के लिए तत्पर हैं. सरकार अपनी जिम्मेदारी निभा रही है, सरकार के अंतिम छोर में जो बैठे हैं( प्रशासनिक अफसर कर्मचारी) उन्हें तेजी से क्रियान्वयन करने की जरुरत है. राज्यपाल ने यह बात तब कही जब ग्रामीण उनसे लगातार सड़क, बिजली, पानी इत्यादि समस्याएं उनसे बताते गए और ग्रामीणों के सवालों का जवाब स्वास्थ्य मंत्री राज्यपाल को देते रहे. मंत्री ने बताया कि जो समस्याएं बताई गई है उन्हें मंजूरी दे दी गई है. स्वीकृति भी मिल गई है. कुछ निविदा में प्रक्रियाधीन है और कुछ महत्वपूर्ण योजना को वित्त विभाग में भेजा जा चुका है. मंत्री के इस जवाब के बाद राज्यपाल को मंच से अफसरों पर कसावट लाने के लिए यह कहना पड़ा.
इसके साथ ही राज्यपाल ने ग्रामीणों से कहा कि अब कोई भी समस्या हो तो मुझे भी बताएं, मेरी भी जिम्मेदारी बन गई है. मैं व्यक्तिगत तौर पर भी जितनी मदद कर सकती हूं वो मैं करूंगी. सुपेबेड़ा के पीड़ितों के लिए बेहतर व्यवस्था करने के लिए मैं ने सारी जानकारी मांगी है. ग्रामीणों से बातचीत के बाद राज्यपाल ने रिमूवल प्लांट का पानी मंगवा कर देखा.
किडनी की बीमारी की वजह से शिक्षाकर्मी प्रदीप छेत्रपाल का देहांत हो गया था. उनकी पत्नी वैदेही छेत्रपाल ने अनुकंपा नियुक्ति में हो रही देरी पर राज्यपाल के सामने गुहार लगाई. जिस पर राज्यपाल ने मंत्री से चर्चा करते हुए वैदेही को अनुकम्पा प्रक्रिया पूरी होने तक उसे दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी के रुप में 8 हजार रुपये प्रति महीने की सैलरी पर नौकरी देने का ऐलान किया. इसके साथ ही उन्होने कहा कि अब आश्वासन नहीं केवल क्रियान्वयन होगा.
इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्यपाल का दौरा उनकी सवेदनशीलता को बताता है. शासन-प्रशासन की उपलब्धता,व समस्या जानने पहुंची हैं. आग्रह करता हूं पीड़ित अपनी बात उन्हें बताएं. सिंहदेव ने कहा कि किडनी पीड़ितों को अपने उपचार के लिए एक पैसे भी खर्च नहीं करना पड़ेगा. ब्लड बैंक के लिए लगने वाला 1050 रुपये भी नहीं लगेगा. अगर लगा तो टीएस बाबा ये पैसा देंगे.