Odisha Police SI Recruitment Scam: भुवनेश्वर. ओडिशा सरकार ने राज्य की भर्ती प्रणाली को झकझोर देने वाले पुलिस सब-इंस्पेक्टर (एसआई) भर्ती घोटाले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की सिफारिश की है. यह कदम मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी की अध्यक्षता में हुई एक उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक के बाद उठाया गया है, जिसमें निष्पक्ष और पारदर्शी जांच की आवश्यकता पर बल दिया गया.
मामले को सीबीआई को सौंपने का अंतिम निर्णय अब गृह मंत्रालय को लेना है. अधिकारियों के अनुसार, यह सिफारिश इस प्रबल संदेह के मद्देनजर की गई है कि इस घोटाले के पीछे एक अंतरराज्यीय संगठित आपराधिक नेटवर्क का हाथ है. राज्य सरकार का मानना है कि पूरे रैकेट का पर्दाफाश करने और इसमें शामिल सभी लोगों को कड़ी सजा सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय जांच आवश्यक है.
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सूत्रों के अनुसार, इस घोटाले में कई स्तर शामिल थे, जिसमें कथित तौर पर उम्मीदवारों ने राज्य की सीमाओं के पार सक्रिय दलालों और बिचौलियों के माध्यम से चयन सुनिश्चित करने के लिए 20 से 25 लाख रुपये तक का भुगतान किया था. मुख्य आरोपियों में से एक, परीक्षा प्रक्रिया में शामिल एक निजी फर्म के निदेशक शंकर पृष्टि, अपने खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी होने के बावजूद फरार हैं.
Odisha Police SI Recruitment Scam. इस मामले में अब तक अभ्यर्थियों, बिचौलियों और दलालों सहित 117 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. विपक्ष ने वरिष्ठ अधिकारियों की संलिप्तता पर सवाल उठाए हैं और भर्ती तंत्र की निष्पक्षता पर संदेह व्यक्त किया है. इस बीच, एसआई भर्ती परीक्षा की नई तारीखें, जो पहले 5-6 अक्टूबर 2025 के लिए निर्धारित थीं, अनिश्चित बनी हुई हैं क्योंकि अधिकारी जांच के अगले चरणों पर और स्पष्टता का इंतजार कर रहे हैं.
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