चंडीगढ़. मुख्यमंत्री भगवंत मान सरकार की दूरदर्शी नीतियों का कमाल दिख रहा है। धान खरीद सीजन में अब तक 4,32,458 किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का लाभ मिल चुका हैं। खाद्य, सिविल सप्लाई एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री लाल चंद कटारूचक की अगुवाई में खरीद, लिफ्टिंग और भुगतान प्रक्रिया पूरे जोर-शोर से चल रही है। 21 अक्टूबर शाम तक राज्यभर की मंडियों में कुल 58,40,618.72 मीट्रिक टन धान की आवक हुई, जिसमें से 56,04,976.76 मीट्रिक टन की खरीद पूरी हो चुकी है। यह कुल आवक का 95 प्रतिशत हैं।

मंत्री कटारूचक ने बताया कि अब तक 39,85,173.28 मीट्रिक टन धान की लिफ्टिंग हो चुकी है, जो कुल खरीदी गई फसल का 71 प्रतिशत है। भुगतान भी तुरंत हो रहा है, जिससे किसानों को आर्थिक राहत मिली है। जिला स्तर पर पटियाला सबसे आगे है, जहां 57,546 किसानों को एमएसपी का लाभ मिला। बाढ़ प्रभावित तरनतारन दूसरे स्थान पर है, जहां 38,578 किसान लाभान्वित हुए। फिरोजपुर तीसरे नंबर पर है, जिसमें 35,501 किसानों को फायदा पहुंचा। अन्य जिलों में भी खरीद तेज है, जो सरकार की सतर्कता का परिणाम है।

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा, “हमने किसानों को कभी निराश नहीं किया। एमएसपी पर खरीद सुनिश्चित करने के लिए 500 से अधिक मंडियां चालू कीं, 2,500 से ज्यादा खरीद एजेंसियां तैनात कीं। बिना रुके खरीद, बिना देरी भुगतान- यही हमारा संकल्प है।” सरकार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में विशेष टीम भेजीं, ताकि कोई किसान वंचित न रहे। अब तक 2,500 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान हो चुका है। विपक्ष की आलोचना को खारिज करते हुए मंत्री कटारूचक ने कहा, “पिछली सरकारों में किसान सड़कों पर उतरते थे, आज वे मंडियों में खुश हैं।”

यह सफलता पंजाब को देश का अन्न भंडार बनाने की दिशा में बड़ा कदम है। किसान संगठनों ने सरकार की तारीफ की और कहा कि एमएसपी गारंटी बिल जल्द पास हो। आने वाले दिनों में खरीद 100 प्रतिशत पूरी करने का लक्ष्य हैं।