हेमंत शर्मा,रायपुर। राजधानी में शैक्षणिक संस्थान खोलकर फर्जी डिग्री बांटने का एक मामला सामने आया है. थाना सिविल लाईन पुलिस ने इंडियन अल्टरनेटिव मेडिकल कालेज पंडरी के संचालक शैलेंद्र कुमार ग्वालरे को गिरफ्तार किया है. फर्जी डिग्री बांटने के मामले में पुलिस ने आज प्रेस कांफ्रेस के जरिए पूरी जानकारी दी है.

आरोपी ने शैलेंद्र कुमार गवालरे पंडरी में कार्यालय खोला था. आरोपी ने अपने कार्यालय से कई युवकों को बीएएमएस बी फार्मा,एमबीबीएस सहित कई डिग्रियां पैसे लेकर बांटी है. सिविल लाइन पुलिस ने ठगी का केस दर्ज किया है.

आरोपी 40 से 45 हजार में डिग्री का सौदा करता था. कितने लोगों को फर्जी डिग्री बांटी गई इसकी पूछताछ जारी है. आरोपी डायरेक्टर शैलेन्द्र ग्वारले के विरूद्ध थाना सिविल लाईन में अपराध क्रमांक 617/19 धारा 420 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया है.

आरोपी बेरोजगार युवकों को अपने झांसे में लेकर शिकार बनाता था. आरोपी ने 2013 में पंडरी में इंडियन अल्टरनेटिव मेडिकल कॉलेज खोला था जिसे कुछ दिन बाद बंद कर दिया था. आरोपी के खिलाफ अभी सिर्फ एक व्यक्ति द्वारा शिकायत की गई है. पुलिस को आशंका है कि आरोपी ने कई बेरोजगारों को अपने झांसे में लिया होगा. किसी भी विश्वविद्यालय से आरोपी का कोई संबंध नही है. आरोपी के कब्जे से नगदी 40 हजार रुपये, एक हीरो होंडा मोटर सायकल,11 मोबाइल फोन और कई फर्जी सर्टिफिकेट जब्त किए गए हैं.

बता दें कि प्रार्थी जनकदास ने थाना सिविल लाईन में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वह भानपुर जिला डिण्डौरी (म.प्र.) का रहने वाला है तथा पेंटिंग का कार्य करता है. प्रार्थी साइंस विषय लेकर 12 वीं तक पढ़ा है. पंडरी रायपुर स्थित इंडियन अल्टरनेटिव मेडिकल कालेज शिक्षण संस्थान में गया. जहां शैलेन्द्र ग्वालरे से मिला. जो स्वयं को उक्त संस्थान का डायरेक्टर बताया. शैलेन्द्र ग्वालरे ने कहा कि 60,000 रूपया लेकर डिग्री देने की बात कही. इसके बाद दिनांक 06.10.19 को रायपुर घडी चौक पर शैलेन्द्र ग्वारले ने प्रार्थी से 40,000 रूपये लिए और उसे फर्जी डिग्री थमा दी. इसी दौरान प्रार्थी को पता चला की डायरेक्टर शैलेन्द्र ग्वारले ने जो डिग्री दी है वह फर्जी है तथा अन्य लोगों को भी उसने इसी प्रकार से पैसे देकर फर्जी डिग्री दी है. जिसकी बाद उसने इस पूरे मामले की शिकायत थाने में की थी.