Tej Pratap Yadav: बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने इस बार के छठ पर्व को लेकर अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव की पत्नी राजश्री को एक खास सलाह दी है। उन्होंने कहा कि अब घर की बहू के रूप में राजश्री को छठ पर्व का व्रत करना चाहिए और परिवार की पुरानी परंपरा को आगे बढ़ाना चाहिए।

‘कई सालों से घर में नहीं हो रहा छठ’

तेज प्रताप यादव ने एक मीडिया चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि, छठ पर्व बिहार की महिलाओं के लिए बहुत पवित्र पर्व है। इसे बहुत ही शुद्ध मन और आस्था से किया जाता है। लेकिन हमारे घर में पिछले कई सालों से यह पर्व नहीं हो पा रहा है। मेरी मां (राबड़ी देवी) की तबीयत अब ठीक नहीं रहती है, उन्हें शुगर की परेशानी है, इसलिए वो यह व्रत नहीं कर पातीं। इसलिए अब घर में छठ नहीं होता।

राजश्री को करना चाहिए छठ- तेज प्रताप यादव

तेज प्रताप यादव ने आगे कहा कि, मैं अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव से कहना चाहता हूं कि उनकी पत्नी राजश्री को अब यह पर्व करना चाहिए। वो हमारी बहू हैं और परंपरा को आगे बढ़ाना उनका भी दायित्व है। जिस तरह हम दिवाली, दुर्गा पूजा जैसे त्योहार मनाते हैं, उसी तरह छठ भी हमारी पहचान है। इसे निभाना चाहिए।

तेज प्रताप यादव ने बताया कि इस बार वे छठ पर्व महुआ में ही मनाएंगे और अपने घर नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि, छठ पर्व का बिहार की संस्कृति में बहुत बड़ा महत्व है। यह त्योहार न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह आस्था, अनुशासन और पवित्रता का प्रतीक भी है।

बिहार में छठ पर्व की विशेषता

छठ पर्व बिहार और पूर्वांचल के कई इलाकों में बहुत श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। यह चार दिनों का त्योहार होता है, जिसमें सूर्य देव और छठी माई की पूजा की जाती है। छठ व्रत को करने वाली महिलाएं पूरे चार दिन तक विशेष नियमों का पालन करती हैं। तीसरे और चौथे दिन व्रती महिलाएं बिना पानी पिए (निर्जला) रहकर सूर्य देव की पूजा करती हैं और संतान व परिवार की सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।

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