महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार धड़ाधड़ नामकरण पर काम कर रही है. दो दिन पहले इस्लामपुर का नाम बदलकर ईश्वरपुर किया गया था, वहीं अब औरंगाबाद रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर रेलवे स्टेशन कर दिया है. यह फैसला मराठा शासक छत्रपति शिवाजी महाराज के बेटे के सम्मान में लिया गया है. औरंगाबाद शहर और रेलवे स्टेशन का नाम पहले मुगल बादशाह औरंगजेब के नाम पर रखा गया था. यह फैसला महाराष्ट्र सरकार की अनुशंसा पर लिया गया है.

औरंगाबाद रेलवे स्टेशन 1900 में बना था और इसे हैदराबाद के सातवें निजाम मीर उस्मान अली खान ने बनवाया था. यह स्टेशन काचीगुडा-मनमाड खंड पर स्थित है. सरकार ने इस नाम परिवर्तन को औपचारिक रूप देने के लिए 15 अक्टूबर को गजट अधिसूचना जारी की थी. अब से यात्रियों और प्रशासनिक दस्तावेजों में स्टेशन का नया नाम छत्रपति संभाजीनगर ही इस्तेमाल होगा.

महाराष्ट्र सरकार की अनुशंसा पर दी गई मंजूरी

रेलवे के अनुसार, यह फैसला महाराष्ट्र सरकार की अनुशंसा और गृह मंत्रालय की मंजूरी के बाद लिया गया. स्टेशन का नया नाम छत्रपति संभाजीनगर मराठा योद्धा छत्रपति संभाजी महाराज की वीरता और ऐतिहासिक योगदान को सम्मान देने के उद्देश्य से रखा गया है. रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इस बदलाव के बाद सभी सूचनाएं और टिकटें नए नाम के अनुसार जारी होंगी. एक अधिकारी ने कहा कि रेलवे ने सभी आवश्यक प्रशासनिक प्रक्रियाएं पूरी कर ली हैं. अब सभी प्लेटफॉर्म और ट्रेनों में स्टेशन का नाम ‘छत्रपति संभाजीनगर’ सुनाई देगा.

इससे पहले, केंद्र सरकार ने 2022 में औरंगाबाद शहर का नाम भी छत्रपति संभाजीनगर करने की मंजूरी दी थी. अब रेलवे स्टेशन का नाम बदलने के साथ यह प्रक्रिया पूरी हो गई है और शहर और स्टेशन दोनों का नाम ऐतिहासिक सम्मान के अनुरूप हो गया है.

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