Chhath Puja 2025: पूरे बिहार में लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा की धूम है. आज तीसरे दिन डूबते सूर्य को सायंकालीन अर्घ्य दिया जाएगा और इसकी तैयारियां जोरों पर हैं. आज नदी किनारे बने हुए छठ घाट पर शाम के समय व्रती महिलाएं पूरी निष्ठा भाव से भगवान भास्कर की उपासना करती हैं. व्रती पानी में खड़े होकर ठेकुआ, गन्ना समेत अन्य प्रसाद सामग्री से सूर्यदेव को अर्घ्य देती हैं और अपने परिवार, संतान की सुख समृद्धि की प्रार्थना करती हैं. इस मौके पर गृहमंत्री अमित शाह समेत अन्य नेताओं ने छठ पर्व की देशवासियों को शुभकामनाएं दी है.

अमित शाह ने दी महापर्व छठ की शुभकामनाएं

गृहमंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया एक्स पर एक वीडियो साझा करते हुए लिखा- छठ महापर्व की हार्दिक शुभकामनाएं! उमंग, उत्साह और उल्लास से भरा यह महापर्व आप सभी के जीवन में नई ऊर्जा और समृद्धि का संचार करे. छठी मैया की कृपा सभी पर बनी रहे। जय छठी मैया!

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने छठ की बधाई देते हुए एक्स पर लिखा- महापर्व छठ पूजा के पावन अवसर पर मैं सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई देती हूं. यह त्योहार सूर्य देव और छठी मैया की उपासना करने और मां प्रकृति के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर है. मेरी मंगलकामना है कि यह पर्व सभी के जीवन में सुख-समृद्धि का संचार करे तथा हमें पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करे.

ढलते सूर्य को अर्घ्य देने का समय

पंचांग के अनुसार जिस कार्तिक मास की षष्ठी तिथि को छठ महापर्व के रूप में बड़ी श्रद्धा और विश्वास के रूप में मनाया जाता है, वह आज 27 अक्टूबर 2025 को 06:04 बजे से प्रारंभ होकर कल 28 अक्टूबर 2025 को प्रात:काल 07:59 बजे समाप्त होगी. आज भगवान सूर्य का उदय प्रात:काल 06:30 बजे और सूर्यास्त सायंकाल 05:40 बजे होगा.

क्यों मनाई जाती है छठ पूजा?

पौराणिक कथाओं के अनुसार, छठ पूजा का पर्व सूर्य देव को धन्यवाद देने और उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट करने के लिए मनाया जाता है. भक्त इस दौरान सूर्य देव की बहन छठी मईया की भी पूजा करते हैं, जो संतान और परिवार के सुख-समृद्धि की कामना के लिए की जाती है. ऐसा माना जाता है कि छठ पूजा करने से मनोवांछित फल प्राप्त होते हैं और पारिवारिक जीवन में सुख-शांति का वास होता है.

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