विक्रम मिश्र, लखनऊ. पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्रमुख त्योहार कार्तिक मेले का आयोजन शुरू हो चुका है. इस बार गंगा नदी की धारा मुड़ने या दिशा बदल जाने के कारण हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वए से 5 किलोमीटर दूर अमरोहा जिले के तिगरी की तरफ इस मेले का आयोजन किया जा रहा है.

प्रशासन ने इसके लिए तैयारी भी कर ली है. हालांकि जब गंगा घाट के निरीक्षण और टेंट इत्यादि लगाने के लिए घाट के किनारे नम्बर की जमीनों पर खड़ी फसल को कटवाने के लिए जब प्रशासन के लोग पहुंचे तो उनका लहजा आदेश का नहीं निवेदन का हो गया. हुआ यूं कि तिगरी के आस पास गंगा घाट की लगभग 600 बीघा जमीन को अधिकारियों ने खरीद रखा है और उस पर फसल और फार्महाउस बनवा रखे हैं. जिसमें दर्जनों आईएएस अधिकारियों और पूर्व अधिकारियों ने सैकड़ो बीघे ज़मीन खरीद रखी है.

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40 साल बाद तिगरी और गढ़मुक्तेश्वर मेले आमने सामने आए हैं. इसे महज संयोग ही कहेंगे कि 40 साल के बाद कार्तिक गंगा मेला और तिगरी का मेला आमने सामने हो रहे है.