सरगुजा– कुछ कर गुजरने की चाहत सामने आने वाली तमाम अड़चनों को खत्म कर देती है. कुछ ऐसी ही चाहतें थी, राजधानी रायपुर से करीब 300 किलोमीटर दूर सरगुजा में रहने वाली उन महिलाओं के भीतर, जिनके सपने तो बड़े थे, लेकिन यदि उनके पास कुछ नहीं था, तो उन सपनों तक पहुंचने का रास्ता. जज्बा ही था, जिसने नए रास्ते गढ़े और सपने साकार हुए. यह कहानी है कि महिला उद्यमी बहुउद्देश्यीय सहकारी समिति लिमिटेड से जुड़ी सैकड़ों महिलाओं की, जिनकी कोशिशों को बल दिया अडानी समूह ने. अडानी समूह की मदद से समिति की महिलाएं आज पर्यावरण के अनुकूल कपड़े की थैलियां बना रही हैं. इनकी बनाई थैलियां अमेजन डाट काम के जरिए देश के कोने-कोने में बिक रही हैं. इन थैलियों की मांग दिनोंदिन बढ़ती जा रही है.
Amazon इंडिया के साथ यह अपनी तरह की पहली साझेदारी हैं, जिसकी बदौलत महिला सहकारी समिति को राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ा बाजार मिला है. इससे समिति के आय में बढ़ोतरी हुई है. कोई भी उपभोक्ता अमेजन डाट इन या अमेजन एप पर लाॅग इन कर कपड़े की इन थैलियों को खरीद सकता है. इसके लिए उपभोक्ताओं को अमेजन की वेबसाइट पर जाकर केवल सरगुजा उद्योग स्टोर्स सर्च करना है.
प्लास्टिक मुक्त भारत की प्रधानमंत्री मोदी की अपील को दे रहीं नया आयाम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनता से प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने की अपील को सही मायने में सार्थकता प्रदान महिला उद्यमी बहुउद्देश्यीय सहकारी समिति की महिलाएं ही कर रही है. समिति की महिलाएं न केवल कपड़े की थैलियां बना रही हैं, बल्कि इसके जरिए प्लास्टिक के कम से कम इस्तेमाल के लिए दूसरों को प्रेरित भी कर रही है. प्रधानमंत्री मोदी ने बीते 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान लाल किले के प्राचीर से कहा था कि इस दीवाली अपने परिजनों और दोस्तों को प्लास्टिक के बैग में नहीं बल्कि कपड़े की बनी थैलियों में तोहफा दें. उनकी इस अपील का व्यापक असर भी हुआ. प्लास्टिक के इस्तेमाल में कमी आई और कपड़े की बनी थैलियों को बढ़ावा मिला. सरगुजा की महिला उद्यमी बहुउद्देश्यीय सहकारी समिति लिमिटेड की महिलाओं के बनाए कपड़े की थैलियां अमेजन डाट इन पर खूब पसंद की जाने लगी है.
कपड़े की थैलियों के आगे स्वच्छ पानी मुहैया कराती समिति
स्वच्छ पानी मुहैया कराना बुनियादी मानवाधिकार है. सरगुजा जैसे सुदूर इलाकों में जहां स्वच्छ पानी मिलना किसी सपने की तरह हैं, वहां सहकारी समिति की ओर से चलाया जा रहा प्रोजेक्ट जीवन अमृत एक अनुकरणीय पहल है. इसके जरिए ग्रामीण इलाकों में सुरक्षित और साफ पानी मुहैया कराया जा रहा है. इसके जरिए पानी से संबंधित बीमारियों को काफी हद तक कम किया जा सका है. इस प्रोजेक्ट का संचालक और प्रबंधन समिति की महिलाएं खुद ही करती हैं.
मध्यान्ह भोजन भी तैयार करती है समिति
सरगुजा के अडानी विद्या मंदिर में महिला सहकारी समिति की सदस्य मध्यान्ह भोजन पकाती है. इस स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को स्वादिस्ट भोजन देने में समिति सदस्य महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रही हैं. समिति की ओर से बच्चों को दिया जाने वाला भोजन बच्चों की पोषण संबंधी सभी आवश्यकताओं की पूर्ति कर रहा है.
सेनेटरी पैड ने लाई क्रांति
महिला उद्यमी बहुउद्देश्यीय सहकारी समिति ने सरगुजा जिले के कई गावों में सेनेटरी पैड के प्रति ग्रामीण महिलाओं को जागरूक किया है. समिति की इस क्रांतिकारी पहल का नतीजा हुआ कि गांव-गांव में अब महिलाएं सेनेटरी पैड के फायदे जानती और समझती है. सेनेटरी पैड का स्थानीय स्तर पर विनिर्माण और वितरण इकाई इन क्षेत्रों की महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही है.  इस परियोजना के साथ-साथ, महिलाएं इस चिंता के बारे में ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए नुक्कड़ नाटक भी कर रही हैं. समिति अन्य सूक्ष्म उद्यम जैसे पापड़, मसाला पैकेजिंग और फिनाइल बनाने के साथ-साथ उसकी बिक्री को भी प्रोत्साहित कर रही है.