कुंदन कुमार, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव अब अपने चरम पर है। पहले चरण के लिए 6 नवंबर को मतदान होना है। इसके लिए एनडीए और महागठबंधन समेत अन्य स्वतंत्र पार्टीयों की ओर से प्रचार अभियान तेज कर दिया गया है। सभी दल के नेता अपने-अपने प्रत्याशी के समर्थन में ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं। इसके साथ ही सियासी बयानबाजी भी अपने सबाब पर है। इसी क्रम में महागठबंधन में सीएम फेस के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने बड़ा बयान दिया है।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार होंगे इसको लेकर के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि अमित शाह ने कहा कि बिहार में कारखाने इंडस्ट्री उद्योग नहीं लगाया जा सकता है। क्योंकि बिहार में भूमि की कमी है। इनको केवल गुजरात में फैक्ट्री लगाना है और बिहार से केवल वोट लेना है। इसबार बिहार की जनता इनको सबक सिखाने का काम करेगी। यह लोग केवल बिहार को कबजाना चाहते हैं, हथियाना चाहते हैं। बिहार को बिहार का लाल ही चलाएगा, कोई बाहरी आकर नहीं चलाएगा…हमें बिहार को आगे लेकर जाना है।
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि, हमको सिर्फ बिहार को आगे लेकर के जाना है और हम बिहार के जनता से हाथ जोड़कर कहते हैं मौका है इस बार बिहार को बनाने का मौका है। अगर ये लोग (एनडीए) दोबारा आ जाएंगे तो बिहार और पीछे चला जाएगा। उन्होंने कहा कि, आज भी सरकार द्वारा 10 लाख महिलाओं को खाते में पैसे डाले गए हैं। 24 तारीख को भी डाला गया था चुनाव आयोग की नैतिकता कहां गई? आखिर कौन सा ऐसा इमरजेंसी आ गया है कि जो 20 सालों में लोगों ने नहीं दिया चुनाव के बीच में रिश्वत के तौर पर यह ₹10000 दिए जा रहे हैं और चुनाव आयोग चुप बैठा है। चुनाव के बीच में ₹10000 रिश्वत दिए जा रहे हैं, ये खुलेआम सरकार दे रही है। यह उधार है और वापस सरकार शुद समेत लेगी। पूरा देश देख रहा है कि चुनाव आयोग कैसे परमिशन दे सकता है कि ₹10000 दें।
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